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विस्वागाथा
। ६४५ )
विस्वागाथा-स्त्री० [सं० विश्व-गाथा] गाहा छन्द का एक भेद ।। | विस्वकसार-पु० [सं० विश्वेकसार] काश्मीर स्थित एक प्राचीन विस्वाधात-देखो "विश्वासघात' ।
| तीर्थ। विस्वाची-स्त्री० [सं० विश्वाची] १ एक अप्सरा। २ एक विस्वं क्रमा-देखो "विस्वकरमा'। प्रकार का वात रोग।
| विस्वी-देखो 'विसवो'। विस्वात्मा-पु० [सं० विश्वात्मा] १ भगवान विष्णु । २ सृष्टि | विस्सराम (मो)-देखो 'विसरांम' ।
के कर्ता, ब्रह्मा । ३ शिव, महादेव । ४ ईश्वर, परमात्मा । | विस्सम-देखो "विसम'। विस्वाधार-पु. [सं. विश्वाधार] १ ईश्वर, परमात्मा । | विस्सहरपुर-पु० [सं० विषधरपुर नागौर नगर का एक नाम । २ मेधातिथि के पुत्र का नाम ।
विस्सा-पु० [सं० विश्रसा] पुद्गल, धूप, छाया मादि। विस्वाधारी-देखों "विस्वाधार'।
विहंग (डो)-पु० [सं०] १ पक्षी, चिडिया । २ मांसाहारी विस्वाधिप (पत, पति, पती)-पु० [सं० विश्वाधिपति] विश्व का पक्षी । ३ सूर्य, रवि। ४ चन्द्रमा, चाद। ५बादल, मेष । मधिपति, ईश्वर, परमेश्वर ।
६ बाण, तीर । ७ घोड़ा, अश्व । - प्राकाश, गगन । विस्वानर-देखो 'वस्वानर'।
सत्ताईश नक्षत्रों में से एक नक्षत्र । १० ऐरावत कुलोत्पन्न विस्वावीस-देखो "बिसवावीस' ।
एक नाग। ११ हंस । १२ विहंग मार्ग। १३ देखो 'बिहाम'। विस्वामित (मितर, मित, मितर, मित्र, मित्रेस, मीत)-पु० [सं० -जेठी-पु० सूर्य, सूरज । गरुड़।-नाथ,पत,पति,पती-पु.
विश्वामित्र] १ महाराज गाधि के पुत्र एक महर्षि जिन्होंने पक्षिराज गरुड़। सूर्य । चन्द्रमा। इन्द्र ।-पच, मग; तप-बल से ब्रह्मर्षि पद प्राप्त किया था। २ फाल्गुन मास में मारग-पु. भाकाश, गगन । योग साधना का एक मार्ग ।
सूर्य के साथ रहने वाला एक ऋषि । ३ एक राक्षस समूह । -राज, राजा-पु. गरुड़, इन्द्र ।-राह-'विहंगमारग' । विस्वामित्रा-स्त्री० [सं० विश्वामित्रा] एक नदी विशेष । विहंगम-वि० [सं०] भाकाश में गमन या विचरण करने वाला। विस्वावसु-पु० [सं० विश्वावसु] १ एक. गंधर्व का नाम | | -पु. १ सूर्य, सूरज । २ पश्व, घोड़ा । ३ माकाश, नगन ।
२ विष्णु का एक नामान्तर । ३ साठ संवत्सरों में से ३९ वां ४ मांसाहारी पक्षी। ५ कोई पक्षी । ६ धर्म सारिण मन्वन्तर संवत्सर । ४ धर्म का पुत्र एक वसु ।
का एक देवगण। ७ खर राक्षस का एक अमात्य । विस्वावीस, विस्वावीस-देखो "विसवावीस' ।
७ देखो 'विहंगमारग' । विस्वास, विस्वास-पु० [सं० विश्वास] १ किसी व्यक्ति, बात या | विहंगमा-स्त्री० [सं०] सूर्य की किरण ।
वस्तु का भरोसा,यकीन,ऐतबार । तसल्ली । २ दृढ़ निश्चय, | विहगानाथ-देखो 'विहंगनाथ' । निश्चित धारणा । ३ तक या अनुमान के प्राधार पर तय की | विहंगेस-पु० [सं० विहंग-ईश] १ गरुड़ । २ इन्द्र । गई मान्यता, धारणा। ४ शक, संदेह व माशंका का पूर्ण विहंगो-देखो 'विहंग' । प्रभाव । ५ प्रात्मबल । ६ साहस । ७ धैर्य, तसल्ली।८ | विहंड-पु० १ टुकड़ा, खण्ड । २ नाश, संहार। मारने की सन्तोष, सब्र । ९ गुप्त बात ।-कारक-वि. विश्वास करने | क्रिया । योग्य । विश्वास करने वाला।-घात-पु. धोखा, छल, विहंडखंड-देखो 'खडविहंड' । कपट ।-घातक, धाती-वि० धोखेबाज, छलिया, कपटी। विहरण (लो)-पु.१ नाश, संहार । २ मारने की क्रिया ।
-पातर, पात्र-वि० विश्वसनीय, विश्वास करने योग्य । -वि० १ नाश करने वाला, संहार करने वाला। २ मारने विस्वासणी (बी)-क्रि० १ सन्तोष करना, सब करना। वाला । ३ नाश करने या मिटाने वाला।
२ विश्वास या भरोसा करना । ३ दृढ़ निश्चय करना। विहंडणी (बी)-कि० १ नाश करना । २ मिटाना । ३ मारना। विस्वासा-पु० [सं० विश्वासा) एक सूर्यवंशी राजा, विश्रु तवान ।। ४ टुकड़े करना, खंड करना। छेदना। ६मरना। विस्वासी-वि० [सं० विश्वासी] १ जिसका विश्वास किया जा ७ घटना । ८ मिटना, खत्म होना। ___ सके विश्वसनीय । २ विश्वास करने वाला।
विहंडाणी (बी)-क्रि० १ संहार कराना। २ नाश करवाना, विस्वेदेव-पु० [सं० विश्वेदेव १ नो देवों का एक समूह (वेद)। मिटवाना । ३ टुकड़े करवाना, कटवाना । ४ छिदवाना । २ दस की संख्या*।
विहसक-देखो 'विध्वंसक'। विस्वेस, विस्वेसर (सुर, स्वर)-पु० [सं० विश्वेस, विश्वेश्वर] विहसणी (बी)-देखो 'विहसणी' (बी)।
१थिव, महादेव । २ शिव की एक मूर्ति । ३ भगवान विह-देखो विधि'। विष्णु । ४ ईश्वर, परमात्मा, ब्रह्म । ५ ब्रह्मा । ६ ग्यारह | विहग-देखो "विहग'। रुद्रों में से एक । ७ सत्ताईश नक्षत्रों में से एक। | विहड़ (ो)-पु० बीहड़, जंगल, वन ।
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