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विधवाविया
विधुवदनी
हो, पतिहीना, सौभाग्यहीना स्त्री। -पण, पशु, पए, विधारा-स्त्री. एक प्रकार की लता व उसके बीज। पणी-पु०-वैधव्य, विधवापन, स्त्री की विधवा होने की विधि, विधि-पु० [सं०. विधिः] १ कार्य करने की रीति, प्रक्रिया, . दशा, अवस्था।
प्रणाली । २ तरह, मांति, प्रकार । ३ नियम, कायदा । विधवाविया, विधवाविवाह-पु० विधवा स्त्री का पुनर्विवाह । परिपाटी । ४ पाज्ञा, मादेश । ५ धर्मशास्त्र की प्राज्ञा । विधवासरम, विधवास्रम-पु० [सं० विधवा-पाश्रम] विधवा व ६ ढंग, तरीका। ७धार्मिक विधान । ८ भेद, रहस्य ।
निराश्रय स्त्रियों को रखने तथा उनकी उचित व्यवस्था ६ सृष्टि, रचना । १० विधाता, ब्रह्मा । ११ भाग्य, प्रारब्ध। करने का स्थान, पाश्रम
१२ विष्णु का एक नामान्तर। १३ विधान, कानून । विधविधान-क्रि० वि० विधि पूर्वक, विधिवत् ।
१४ बैद्य, हकीम। १५ साहित्य में एक अर्थालंकार । विधवख-पु० [सं० विधि-वृक्ष] पलास नामक वृक्ष ।
१६ व्याकरण में प्राज्ञा का स्वरूप । -वि०१ पीला, पीत । विधसरवा, विधस्रवा-पु० [सं० वृद्धश्रवा] इन्द्र ।
२ श्वेत । ३ देखो "विध'। ४ देखो "विधु'। -अंकविधांण (न)-पु० [सं० विधान] १ किसी कार्य का प्रायोजन । पु० प्रारब्ध, भाग्य । -पुत्र-पु० ब्रह्मा पुत्र नारद । २ कार्य करने की रीति, व्यवस्था व सम्पादन, नियम ।
-पुर, पुरी- स्त्री० ब्रह्मलोक । -पूजा-स्त्री० ब्रह्मा की ३ ढंग, तरीका । ४ तरकीब, उपाय। ५ धर्मशास्त्र की
पूजा। -रांगी, रानी-स्त्री० सरस्वती, शारदा।-लोक माज्ञा । ६ हाथी को मस्ती में लाने के लिये खिलाया जाने -पु० ब्रह्मलोक । -वदन-पु० ब्रह्मा का मुख। चार की वाला पदार्थ। ७ धन, सम्पत्ति । ८ पूजा, अर्चना ।
संख्या। -वधू-स्त्री० सरस्वती, शारदा । -वाहन-पु. ९ माज्ञा, आदेश। १० किसी देश के कानूनों का संग्रह।।
ब्रह्मा की सवारी, हंस। ११ रचना, बनावट । १२ नियम, परिपाटी, कानून । विधिकर-पु० चाकर, नौकर, सेवक । १३ वाद्य । १४ कारण। १५ एक प्रकार का शस्त्र । विधिग (ग्य)-पु० [सं० विधिज्ञ] शास्त्रोक्त एवं विधि के विधान १६ सृष्टि, सर्जन ।-वि०१ समान, तुल्य । २ रचना कर्ता, का ज्ञाता, पडित। रचयिता।
विधिनयण (न)-पु० [सं० विधिनयन] सूरज, सूर्य । विधानसपतमि (मी, सप्तमी, सातम)-स्त्री० [सं० विधान | विधिपाट-पु० [स०] मृदंग के चार वर्षों में से एक ।
सप्तमि] माघ शुक्ला सप्तमी से शुरू करके पूरे वर्ष किया | विधिपाठक-पु० [सं०] शास्त्र रीति का पाठ करने वाला या जाने वाला व्रत विशेष ।
बताने वाला। विधांनीक-पु० डिंगल गीत-रचना का एक ढंग ।
विधिभेद-पु० [सं० विधिभेद] साहित्य में उपमा अलंकार का विधांसरो (बी)-देखो 'विधू सणो' (बी)।
एक दोष। विधा-स्त्री० [सं०] १ ढंग, तरीका । २ तरह, भांति, प्रकार। विधी-१ देखो 'विधि'। २ देखो 'विधु'।
३ किस्म, जाति । ४ धन, सम्पत्ति । ५ हाथी या घोड़े का | विधुसम्पो (बी)-देखो 'विधूसो ' (बी)। चारा। ६ किराया, भाड़ा। ७ मजदूरी। ८ रचना। विध-पू० [सं०] १ चन्द्रमा, शशि । २ ब्रह्मा । ३ विष्णु । ९ देखो 'विद्या' । १० देखो 'विदा'।
४ ब्राह्मण । ५ एक राक्षस का नाम ।-स्त्री० [सं० वधू] विधातनताका-पु० [सं० विद्योतन-ताका] चन्द्रमा, शशि।
६ नव-विवाहिता दुल्हन । ७ कपूर । विधाता (नाय)-वि० [सं० विधात] १ रचना करने वाला, विधुक्रांत-पु० [सं०] संगीत का एक ताल ।
सृष्टि कर्ता । २ देने वाला, दाता । ३ प्रबंध या व्यवस्था | विधत-देखो 'विद्यत'। करने वाला ।-पु. १ 'ब्रह्मा। २ विष्णु। ३ महेश । विधत'द-प० स० राह का एक नामान्तर । ४ विश्वकर्मा । ५ कामदेव। ६ भगु एवं ख्याति का एक
कामदेव। ६ भृगु एवं ख्याति का एक विधुप्रिया-स्त्री० [सं०] चन्द्रमा की पत्नी रोहिणी। पुत्र । ७ प्रारब्ध, भाग्य । ८ एक प्रादित्य विशेष । -स्त्री०
विधुम-पु० [सं०] पाठ वसुमों में से एक । ९ मदिरा शराब । १० ब्रह्मा की पत्नी सरस्वती, रूपा।
| विधुर-वि० [सं०] १ दुःखी, व्याकुल । २ जिसकी पत्नी मर विधात्र, विधात्रा (त्रि, त्री)-पु० [सं० विधात] १ ब्रह्मा, विधि ।
। चुकी हो, पत्नी रहित । रंडुवा ।-पु. १ कष्ट, दुःख । २ देखो 'विधाता'।।
२ विरह, वियोग । ३ भय, डर । मोक्ष । विधायक-वि० [सं०] १ विधान निर्माता, कानून बनाने वाला। विधुरा-स्त्री० [सं०] कान के पीछे की एक स्नायु ग्रन्थि ।
२ रचना, सृष्टि करने वाला। ३ व्यवस्था करने वाला, | विधुवदनी-स्त्री० [सं० विधुवदनी] चन्द्रमुखी, सुन्दर-मुख प्रबंधक । ४ उत्पादक ।-पु० विधान सभा सदस्य । - वाली स्त्री।
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