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निवाड़ी
बनवाना ।
लिखापढ़ी स्त्री० [१] लिखने-पढ़ने का कार्य २ पत्रव्यवहार
पत्राचार । ३ दो पक्षों का कोई लिखित अनुबंध, शर्तनामा, राजीनामा ।
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६ साहित्य सृजन कराना। ७ कूची ब्रश प्रादि से चित्र लिच्छमी, लिछमी- देखो 'लक्ष्मी' । —कंत, 'कांत लक्ष्मीकांत' - नाथ, नाह= 'लक्ष्मीनाथ' । नारायण 'लक्ष्मीनारायण' । - पत, पति = 'लक्ष्मीपति' ।-बर, वर= 'लक्ष्मीवर' । लिच्छवी - पु० १ एक प्राचीन राजवंश । २ देखो 'लक्ष्मी' । पिचमी वि० कोमल, मुलायम नरम पिलपिली लिमरण, मिन देखो''।
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लिछमीस- देखो 'लक्ष्मीस' ।
लिछम्मी- देखो 'लक्ष्मी' ।-- - कंत, कांत लक्ष्मीकांत' - नाथ, नाह'लक्ष्मीनाथ
लिटी (बी)
लोट-पोट होना, लुटना ।
लिता- देखो 'लता' । लित्त-पु० लित पु० चाहार लेने संबंधी एक दोष (जैन) । लिह- देखो 'सिद्ध' ।
बिट (टिटो देखो''। लिखारौ वि० लिखने वाला, लेखक ।
लिखावट-स्त्री० १ लिखने का ढंग, तरीका । २ लेखन शैली । ३ अक्षर लिपि । ४ हस्ताक्षर, खत । ५ किसी के हाथ का लिखा लेख । ६ लिखि जाने वाली इबारत | लिखावणी-स्त्री० १ लिखाने का कार्यं । २ लिखाने का पारिश्रमिक |
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(a) देखो 'तिचा' (बौ लिखावत (तु, तू) ० बादशाह एवं राजा-महाराजाओं द्वारा सम्मानित व्यक्तियों के लिये प्रयोग किया जाने वाला शब्द । लिखित वि० १ लिखित लिखा हुआ लिपिवद्ध २ प्रमाण के लिये लिख कर दिया हुआ । पु० १ एक प्राचीन मुनि । २ चंपापुरी के हंसध्वज राजा का एक दुष्ट कर्मा पुरोहित ।
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लिखितकळा स्त्री० ७२ कलाधों में से एक ।
लिखु स्त्री० सप्तकोशी नदी की एक सहायक नदी । लिमीवंत-देखो 'लक्ष्मीवंत'।
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लिग - वि० १ किचित, थोड़ा। २ रच मात्र ।
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लिगतर लिगतरी पु० १ फटा-पूराना जूता २ चिया बिगतो पु० (स्त्री० लिगसी) कुत्ता, श्वान
बालापिल
वि० पीछे रहने
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लिगद वि० [स्त्री० निगदी दुर्व-पु० लौदा, गोला लिगन, सिगग्न देखो 'लग्न', 'लगन'
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लिगरियो पु० एक प्रकार का पौधा या घास ।
लिगलिगाट- पु० १ बिलखना क्रिया, बिलबिलाहट । २ बकझक । सिगार, सिगार, लिगार, तिवारी, लिगारे, बिगारेदेखो 'लगार' |
दागना ।
लिची स्त्री० पांव के घुटने के पीछे का भाग ।
विधी- देखो 'जय'।
लिम्लर, बिग्तरी-देखो 'गित' । लड़की-स्त्री० [उण्ड गाय के गले व सींगों के बांधी जाने बाली रस्सी बंधन
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लिड़णों (बौ) - क्रि० १ बांधना, कसना । २ दग्ध करना,
लिचापिच्च-स्त्री० १ घबराहट, हड़बड़ी । २ चिता । ३ देखो
'लचचप' ।
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लिप-स्त्री० १ प्लीहा, तिल्ली । २ देखो 'लप' । लिपटी (बी) देखो 'सफ्ट' (बी)।
सिप्त
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लिपटा (ख) लिपटावर (ब) देखो 'लिपटाणी' (बौ) । लिपी (ब) क्रि० लेपन किया जाना, पोता जामा, दुलाई
किया जाना । लियत देखो 'विप्त' ।
लिपरको पु० १ भय, चिंता यादि से शरीर के किसी अंग में होने वाली स्फुरन २ देखो 'परकी'
लिपळी - स्त्री० १ लार, थूक । २ व्यभिचारिणी, बाजारू स्त्री । - वि० १ जिसकी बात या चरित्र धच्छा न हो, हल्के स्तर की । २ चिपचिपी, चिकनी ।
पिळी वि० (स्त्री० लिपोमस्थिरचित्त एवं निम्न चरित्र वाला । २ मूर्ख । ३ व्यभिचारी, जार। ४ चिपचिपा, चिकना ।
लिपसा- देखो 'लिप्सा' ।
लिपाई - स्त्री० १ लेपन क्रिया या भाव, लेपन । २ इस कार्य की मजदूरी
लिपाणी (बो), लिपावरणौ (बी) - क्रि० १ लेपन कराना, पुतवाना ।
२ प्रांगन बनवाना ।
निपिवेद ०७२ कलाधों में से एक।
लिपोड़ वि० बकवादी
लिपि, लिपी स्त्री० [सं०] १ कोई भाषा या शब्द लिखने के वर्णाक्षर । रेखानों की वह बनावट जो अक्षर या शब्द बनाती हो । २ लेख, लेखन । ३ लेपन । ४ मालिश, उबटन । ५ लेपन के लिये तैयार किया गया पदार्थ । ६ चित्रण ७ हस्तलेख
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वि० [सं०] १ लिया हुधा, पुता हुआ, लेपित २ ढका हुम्रा, छिपा हुधा । ३ लगा हुमा, संलग्न । ४ फंसा हुआ । ५ व्यसनादि में बहु