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भाव
माहरणो
मांचइ (ई)-१ देखो 'मंच' । २ देखो 'मांची'।
मांश-देखो 'मध्य'। मांचकरोत-पु. एक प्रारा विशेष ।
मांझर, मांझळ, मांझळि (ळी)-क्रि० वि० १ बीच या मध्य में । मांचरणौ (बी)-देखो 'मचरणौ' (बी)।
२ अन्दर, भीतर, में । ३ पर, ऊपर। -निस, रात-स्त्रो० मांची-१ देखो 'मंच'। २ देखो 'मांची' ।
मप निशा, अर्ध रात्रि। मांची-पु. [सं०मच] १ चारपाई, खाट । २ जालाशय की मिट्टी मांशवन-पु० रथ, स्यंदन । खोदने का एक माप विशेष ।
मांझि-१ देखो मांझी' । २ देखो 'मध्य' । मांछ मांछलौ, मांछौ-१ देखो 'मत्स्य । २ देखो 'माछलौ'। मांझिम-देखो मांझळ' । -रात='मांझळरात'। मांछळी (ली), मांछी-देखो 'मच्छी' ।
माझियांमांझी-पु. सरदारों का सरदार, बड़ा सरदार । मांज-स्त्री. श्रद्धा व भक्ति के साथ किसी को धन देने | मांझिळ -देखो 'मांझळ'। ___ की क्रिया।
मांझी-पु० [सं० मध्य] १ प्रधान, नेता, नायक, अगुवा । मांजरण-स्त्री० [सं० मार्जन] १ मांजने की क्रिया या भाव, २ बलवान, वीर, योद्धा । ३ मुख्य, खास । ४ स्वामी,
मार्जन. मज्जन । २ स्नान, परिमार्जन, मज्जन । -वि. अधिष्ठाता । ५ मेणों की एक उपाधि । ६ केवट, मल्लाह सफाई करने वाला, मांजने वाला।
नाविक । -पण पणो-पु० मांझी का कार्य, मांझी होने मांजणउ-देखो 'मांजण'।
की अवस्था । मांझी का हक, हिस्सा या भाग। माजरिणयौ, मांजरणी-वि० [सं० मार्जक] १ मांजने वाला, साफ | मांमू-१ देखो 'मझ' । २ देखो 'मांझी'।
करने वाला । २ सफाई करने वाला । ३ स्वागत करने | मांझौ-पु०१ सुनहरी जरी का वस्त्र विशेष । २ देखो 'मांजो'। वाला, प्रादर सत्कार करने वाला।
| मांट-देखो 'माट'। मांजरपो (बी)-क्रि० [सं० मार्जन] १ बर्तन या किसी वस्तु को मांटी, मांटीड़ौ, मांटीलो-पु. (स्त्री० मांटण) १ पति, खांविंद,
धूल प्रादि से रगड़ कर साफ करना । मांजना। २ स्नान भर्ता, कंत । २ स्वामी, मालिक । ३ मर्द पुरुष । ४ दोस्त, करना, नहाना । ३ सफाई करना, झाड़ना, पोंछना, पोंछ- मित्र, साथी । ५ वीर पुरुष । --पण, पणो-पु० क्षत्रित्व, कर साफ करना। ४ घोड़े, ऊट प्रादि का शरीर साफ मर्दानगी, पुसत्व । साहस । स्वामीत्व । करना । ५ अभ्यास करना । ६ रगड़ना। ७ मिटाना, दूर | मांठोड़ी-स्त्री०-मोठ की बड़ी। करना । ८ नष्ट करना ।
मांड-स्त्री० [सं० मण्ड] १ रचना, बनावट, सृष्टि । २ वैभव, मांजरि, मांजरी-स्त्री० १ बिल्ली जैसी भूरी प्रांखें । २ किलंगी ।।
विस्तार । ३ किसो कूर या तालाब पर होने वाली भीड़। २ देखो मंजरी'।
४ दबाव । ५ एक रागिनी विशेष । ६ जैसलमेर का एक मांजरौ-वि० [सं० मार्जारः] (स्त्री० मांजरी) १ बिल्ली जैसी
भाग जहाँ उक्त राग प्रथम गाई जाती थी। ७ देखो 'मोड़' । भूगांखों वाला । २ भूरी प्रांखों बाला। -पु. १ भूरी ८ देखो 'माडे'। खें वाला व्यक्ति । २ बिलाव । ३ छोटी बस्ती या गांव ।
| मांड-स्त्री०१ कलफ। २ उबलने के बाद चावलों का निकाला मांजवणी (बौ)-देखो 'मांजणी' (चौ)।
| जाने वाला पानी। ३ विवाह में कन्या पक्ष के लोग। मांजा-पु० गाडी के अग्र भाग में लगी दो लकड़ियां, पदिया। मांजाणौ (बो)-देखो 'मजाणो' (बी)।
मांडव-स्त्री० क्षण भर के लिये बना हमा स्थानादि। मांजिण, मांजिणउ-पु० [सं० मज्जन] स्नान ।
मांडण, मांडणउ, मांडणी-स्त्री० [सं० मण्ड] १ रचने या
बनाने की क्रिया या भाव । २ बनाव, शगार । ३ सजावट । मांजिरणौ (बौ)-देखो 'मांजणी' (बी)
४ व्यवस्था। मांजिस्टौ-देखो 'मजीठी'।
मांडणी-पु० [सं० मंडन] १ शुभ अवसरों में घर के प्रांगन में मांजी-देखो 'मांझी'।
की जाने वाली चित्रकारी। २ चित्र । ३ चिह्न, निशान । मांजूफळ-देखो ‘माजूफल'।
४ शगार, सजावट । ५ रंग-ढंग । ६ नतीजा, परिणाम। मांजोट-पु० बैलगाड़ी का एक उपकरण ।
७ प्रारभ, शुरूपात। मांजौ-पु. १ ताने के मध्य का भाम । २ खेत का वह टुकड़ा मांडणी (बौ)-क्रि० [सं० मण्डनम्] १ लिखना, लिखकर देना।
जो बचत होने पर बाद में जोता जाता है। ३ हल की। २ वर्णन या विस्तार से कहना । ३ प्रारंभ करना, शुरू दो रेखामों के बीच छूटी हुई जमीन । ४ पतंग की डोर | करना। ४ रचना करना, निर्माण करना, बनाना । विशेष । ५ बैलगाड़ी का एक अवयव । ६ देखो 'माहो'।। ५ स्थिर करना, स्थापित करना। टिकाना। ६ सजाना।
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