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मैदान
( ४१७ )
मलामतर
मैदान-पु० [फा०] १ समतल तथा विस्तृत भू-खण्ड, क्षेत्र। म'मांग-पु. [फा० मेहमान] १ प्रतिथि, मेहमान । २ दामाद,
२ खेल-कूद का स्थान । ३ युद्ध-भूमि, रणक्षेत्र। ४ किसी जवाई। ३ सगा, संबंधी । पदार्थ का विस्तार । ५ रत्न की लंबाई-चौड़ाई। ६ मल | मै'मानदारी-स्त्री० [फा० मेहमानदारी] अतिथि सत्कार।
टट्टी। ७ मल त्याग करने का स्थान, जंगल । । मै'मांनी-स्त्री० [फा० मेहमानी] १ मेहमान बनने की अवस्था मैदानी-वि० मैदान का, मैदान संबंधी।
या भाव । २ अतिथि सत्कार, स्वागत । मैबालकड़ी-स्त्री० एक प्रकार की काष्ठ-पौषधि विशेष । मै'मा-देखो 'महिमा'। मवी-पु० [फा० मेदः] १ गेहूँ का अत्यन्त महीन पाटा । मै'मावान-देखो 'महिमावान' । २ पक्वाशय, पेट, कोठा।
मैयण-देखो 'मदन'। मध-देखो 'मेध'।
मैया-देखो 'माता'। मंधा-देखो 'मेधा'।
मंयो-देखो :मयो'। मैन-देखो 'मदन'।
मै'र-पु. १ हाथी, गज । २ देखो ‘महर'। मनका-देखो 'मेनका'।
मेरबान-देखो 'मैं'रवान' । मै'नत-स्त्री० [म. महनत] १ किसी कार्य के लिये होने वाला
मै'रबांनी-देखो 'म'रबांनी' । शारीरिक, मानसिक श्रम, परिश्रम । २ प्रयास, कोशिश ।
मै'रवान-वि० [प्र. मेहबान] १ जो दया, कृपा, अनुग्रह करता
हो, कृपालु । २ दातार । ३ मित्र, दोस्त। मैं'नती-वि० [प्र. महनती] १ परिश्रमी, मेहनती । २ अपने |
| मरवानगी, मेरवानी-स्त्री० [फा० मेहबानी] १ कृपा, दया, कार्य के प्रति प्रयत्नशील ।
अनुग्रह । २ तरस । ३ करुणा । ४ ममता, प्रेम । मैनफळ-पु० [सं० मदनफल] एक कंटीली झाड़ी व उसका | मै'राब-देखो 'महराब'। फल।
मै'रावबार-देखो 'मेहराबदार। मैनमूरत-पु० [सं० मदन-मूर्ति] कामदेव का स्वरूप ।
मैरियाळ, मैरी-पु० रहट में चलने वाले बैलों में से अन्दर की मैनसिस-स्त्री० [सं० मनःशिला] पीली मिट्टी की तरह की प्रोर का बैल। एक धातु । -वि० पीला, पीत ।
मैरौ-पु. ऊँची व पथरीली भूमि। मैना-स्त्री० [सं० मदना] १ पीली चोंच व काले रंग का एक | मल-पु० [सं० मलिन] १ शरीर या वस्त्र प्रादि पर पाने
पक्षी । सारिका । २ देखो 'मेनका' । ३ देखो 'मणा'। वाला कीट, गंदगी । २ विकार, दोष । दूषण । मैनाक-पु० [सं०] १ हिमालय और मैना से उत्पन्न एक | मैल-१ देखो 'महल'। २ देखो 'महिला'। पर्वत । २ हिमालय की एक चोटी।
मलखोरी-वि. जो मैला न हो, जिस पर मैल न दिखे। मैनावती-देखो 'मेणावती'।
-पु० १ ऐसा वस्त्र जिस पर लगा मैल न दिखे। २ मैल से मनावळी-स्त्री. एक वर्णवृत्त विशेष ।
बचाव के लिये वस्त्र के नीचे पहनने का वस्त्र । मैल
उतारने का छोटा पत्थर । मैं'पाळ-देखो 'महीपाळ।
| मैलाली-पु० १ घोड़े की पीठ पर रखने का वस्त्र विशेष । मैफल, मैफिल-स्त्री० [4. महफिल] १ किसी भवसर विशेष | २ मेलखोरी वस्त्र ।
पर की जाने वाली गोष्ठी,उत्सव, जलसा । २ सभा, बैठक । मैलणी (बी)-देखो 'मेलणी' (बो)। ३ सम्मेलन, समारोह । ४ उपासना, साधना का स्थान । मैलमाळिया-पु. १ महल व उस पर बनी अटारी। २ दीपावली ५ संसार, जगत।
पर शक्कर के बनाये जाने वाले खिलौने । मै'बूब-देखो 'महबूब'।
मैलरखो-देखो 'भलझली'। मैमंत-वि० [सं० मदमस्त] १ मदोन्मत्त, उन्मत्त, मस्त । मैलारण-देखो 'मेलाण'। -पु. १ हाथी, गज । २ मस्त हाथी, मदमस्त हाथी ।
मैलाकरम-पु०१ मानवीय व सामाजिक दृष्टि से मनुचित मैमर-१ देखो 'मुहम्मद'। २ देखो मैमंद' । ३ देखो 'मैमंत'।
कार्य । कुकर्म । २ वाम मागियों के कार्य । ३ दुर्भाग्य । मैम-स्त्री. १ अंग्रेज स्त्री। २ स्त्री के चित्र वाला ताश का पत्ता। | मलाणी (बो)-देखो 'मेलारणों' (बी)। मैमट-पु. १ बादल, मेघ । २ देखो 'मैमंत' ।
मैलात, मैलायत-देखो 'महलायत' । ममत, मैमतो, मैमत्त, मैमत्तौ-देखो मैमंत' ।
मलापण, मलापणी-पु० गंदगी, विकार । मैमन-१ देखो 'मैमंद' । २ देखो 'ममंत' ।
मलामंतर-पु० तांत्रिक क्रिया विशेष ।
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