________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
योगजात्रा
योगजात्रा - देखो 'योगयात्रा' ।
योगदंड - पु० [सं०] रोगी के हाथ में रहने वाला दंड ।
योगनिद्राळ - देखो 'जोगनिद्राळ' |
योगनी - देखो 'जोगरणी' ।
योगदरसन पु० [सं०] योगदन] महर्षि पतंजलि रचित योग सूत्र । योगनाथ- पु० [सं०] शिव
योगनिद्रा देखो जोगनिद्रा' ।
www.kobatirth.org
( ४३० )
योगपीठ - स्त्री० [सं०] देवताओंों का योगासन । योगफळ - पु० अंकों की जोड़, जोड़ का परिणाम । योग-देखो जोगबळ' |
योगभ्रस्ट - देखो 'जोगभ्रस्ट' ।
योगमाता योगमाया देखो 'जोगमाया' ।
योग पु० [सं०] एक प्रकार का पहनावा (प्राचीन)।
योगपति पु० [सं०] १ विष्णु। २ शिव । योगपवक पु० [सं० योग-पदक] एक प्रकार का उत्तरीय वस्त्र । योगपाद० [सं०] अभीष्ट को प्राप्ति हेतु किया जाने वाला कर्म ।
योगपाळ स्त्री० बहत्तर कलाओं में से एक । योगमूरतिधर पु० [सं०] शिव, महादेव
योनी ग्यारस ( एकादसी) स्त्री० [सं० योगिनी एकादशी ] योगाभ्यास पु० [सं०] योग-साधना
प्राषाढ़ कृष्णा एकादशी ।
।
पुर'जोगीपुर'।
योगाभ्यासी - पु० [सं०] योग साधना करने वाला । योग पु० [सं०] योग साधना में निमग्न योगासन - पु० योग- पाधना का श्रासन | योगी (नो-देखो 'जोगणी' योगिनो-देखो 'जोगी'। योगिराज- देखो 'योगीराज' । योगपारंग-१० [सं०] शिव, महादेव वि० योग-साधना में योगींद्र देखो 'जोगी'। योगी- देखो 'जोगी' । प्रवीण ।
योगयात्रा - पु० [सं०] यात्रा के लिये उपयुक्त योग । योगराज गुग्गल पु० गुग्गल प्रधान एक धौषधि विशेष । योगरूढ़, योगरूढ़ि - पु० [सं० योगरूढ़] दो शब्दों के योग से बना विशेष प्रबोधक शब्द
योगरोचना- स्त्री० [सं० योग- रोचना ] एक प्रकार का लेपन । योगवाणी - स्त्री० [सं० योग वारणी] योग का उपदेश । योगदान - पु० [सं० योगवत् ] योगी । योगवासि० [सं०] योग वासिष्ठ] वशिष्ठ मुनि द्वारा रचित एक प्रसिद्ध
योगवाही - पु० [सं० योग-वाहिन्] दो भौषधियों के योग से बनी श्रौषधि विशेष |
योगसूत्र - पु० [सं०] योग संबंधी सूत्र । योगांगपु० [०] योग के घाटों में से कोई एक योगांत - पु० [स०] मंगलग्रह का कक्षा के सातवें भाग का एक
अंश ।
योगागम - पु० [सं०] योग-दर्शन ।
योगाचार - पु० [सं०] १ योग का प्राचरण, योग साधना । २ एक बौद्ध सम्प्रदाय विशेष ।
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
7
योगीकुंड पु० [सं०] हिमालय के अन्तर्गत एक तोर्थ । नाथ पु० [सं०]] शिव, महादेव
योगीराज योगीस, योगीश्वर, योगेंद्र प्रोगेस वोगेश्वर पु०
,
[सं०] योगियों में बंष्ठ ।
योगीस्वरी योगेश्वरी स्त्री० [सं०] योगेश्वरी] दुर्गा, देवी योग्य वि० [सं०] १ उपयुक्त ठीक २ लायक, काबिल । ३ प्रवीण, चतुर । ४ अच्छे चरित्रवाला। ५ सुन्दर, दर्शनीय । ६ प्रादरणीय, सम्माननीय । ७ उचित, ठोक ।
योनि
योग्यता - स्त्री० [सं०] १ योग्य होने की अवस्था या भाव। २ क्षमता, सामर्थ्य । ३ लायकी काबलियत । ४ विद्वता, गुण । ५ उपयुक्तता ६ शक्ति, सामर्थ्य, प्रौकात । ७ बड़प्पन, महत्ता । इज्जत, प्रतिष्ठा ।
योजक वि० [सं०] जोड़ने या मिलाने वाला योजन पु० [सं०] दूरी का एक माप
गंध-स्त्री० [सं०] १ मत्स्यगंधा का नामान्तर २
३ मीता ।
योजना स्त्री० [सं०] १
प्रायोजन | ३ प्रस्ताव । ४ प्रयोग ।
For Private And Personal Use Only
कार्य योजना २ व्यवस्था
योगति स्त्री० [सं०] योगवृत्ति ] योग के द्वारा प्राप्त होने वाली चित्त वृत्ति ।
योतिस देखो 'पोटिस'
योगसक्ति (सगति) - देखो 'जोगगति' ।
यत्राणी (बौ) - क्रि० [सं० युज् ] जुतवाना |
योगसास्तर (सास्त्र) ० [सं० योग शास्त्र] पतंजलि ऋषि का योनि स्त्री० [सं०] १स्त्र की जननेन्द्रिय भग २ उद्भव
- योग संबंधी ग्रंथ ।
योगसास्ती (सासी सास्त्री) वि० योग शास्त्र का ज्ञाता । योगसिद्ध (सिद्धि, सिघ, सिधी) स्त्री० [सं०] योग से प्राप्त सिद्धि
जन्म । ३ उद्भव स्थान । ४ खान ५ देह, शरीर । ६ प्राणियों का वर्ग या विभाग ७ जल, पानी ८ प्रन्तः करण । ९ पुराणानुसार कुश द्वोप की एक नदी ।