________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
रूपकरण
( ४९७ )
रूबकार
चौरामी मानी जाती है। ४ वर्ण-वृत्त या मात्रिक छंद । ३ किसी चित्र का रेखांकन । ४ निर्माणाधीन वस्तु का ५ कीति, यश । ६ प्रशंसात्मक गीत या कविता । ७ दृश्य ढांचा, नमूना। काव्य, नाटक । ८ किसी रूप की मूर्ति, चित्र, प्रतिकृति । रूपळ-देखो 'रूपो'। ६ चांदी का बना कंठाभरण [सं० रूप्यक] १० रुपया रूपवंत-वि० [सं० रूपवत्] (स्त्री० रूपवती, रूपवती) १सुन्दर, नामक सिक्का । ११ चांदो। १२ साहित्य में एक प्रकार मनोहर, रूपवान । २ शरीर या रूपधारी। का अर्थालंकार । १३ एक शिव भक्त राक्षस ।
रूपवती, रूपवती-वि० [सं० रूपवती] सुन्दरी, सुन्दर । रूपकरण -पु. एक प्रकार का घोडा ।
रूपव-पु. सात मात्राओं को ताल विशेष । रूपकातिसयोक्ति, रूपकातियोक्ति-पु. [सं० रूपकातिश्योक्ति] रूपवन-पु० चंदन । एक अर्थालंकार विशेष ।
रूपवान-वि० सुन्दर । रूपकार-पु० शिल्पी ।
रूपस्री-स्त्री० [सं० रूपश्री] एक संकर रागिनी। रूपकीस-पु० [सं० कीसरूप] हनुमान ।
रूपहरी-वि० रूपे की बनी, चांदी जैसे वर्ण की। रूपकुड-पु० [सं०] हिमालय स्थित एक तीर्थ कुड। रूपाण-देखो 'रूप'। रूपक्क-देखो 'रूपक'।
रूपाजीवा-स्त्री० [सं०] वेश्या, रण्डी। रूपांता-स्त्री० सत्रह अक्षरों का एक बणं वृत्त ।
रूपामाखी-स्त्री० [सं. रूप्यमाक्षिका] औषधियों में काम प्राने रूपग-देखो 'रूपक'।
वाला एक खनिज पदार्थ । रूपगरविता-स्त्री० [सं० रूपगविता] अपने रूप पर गर्व करने रूपाराम-स्त्री० दक्षिण व आग्नेय के मध्य को दिशा । वाली नायिका।
रूपारेल-स्त्री०१ शकुन देने वाली एक चिड़िया विशेष । रूपग्रह-पु० [सं० रूपगृह] प्रांख, नेत्र ।
२ तेज हवा या प्रांधी से उड़ने वाली गर्द । ३ वात चक्र । रूपघर-पु० [स० रूपगृह] १ अांख. नेत्र । २ सुन्दरता का घर ।। ४ एक प्रकार का खेल ।
[सं० रौप्यगृह] ३ खजाना, कोष । ४ चांदी का खजाना। | रूपालहरी-स्त्री० स्त्रियों का एक प्राभूषण विशेष । रूपजीवनी-स्त्री० [सं०] वेश्या, रंडी।
रूपाळ, रूपाळी-वि० [सं० रूप+पालुच] (स्त्री० रूपाळी) रूपटियो-देखो रूपयो।
__सुन्दर, मनोहर। रूपण-पु० [सं० रूपणम्] १ प्रालंकारिक वर्णन । २ शोध, | रूपिका-स्त्री० [स०] श्वेत पुष्प वाला मदार का पौधा । अनुसधान । ३ वर्णन, चित्रण।
रूपिणो-स्त्री. १ श्रीकृष्ण की पत्नी रक्मिणी । २ देखो रूपणी-वि० रूप की, रूपी, रूप धारण करने वाली।
_ 'रूपणी'। रूपदे-देखो 'रूपारेल'।
रूपी-वि० [सं०] १ रूप या प्राकार प्रकार वाला । २ रूपधारी, रूपधर-वि० १ स्वरूपवान । २ किसी का रूप या श्वांग स्वरूपधारी। ३ किसी के तुल्य, समान, सदृश्य । ४ सुन्दर, धरने वाला।
मनोहर। रूपनाथ-पु० पाबू राठोड के गुरु का नाम ।
रूपोयो-देखो रुपयो । रूपनिधान-वि० [सं०] प्रत्यन्त सुन्दर, रूप का भण्डार । रूप-१ देखो 'रूप' । २ देखो रूपो' । रूपफौज-पु० सेना का रूप, योद्धा, वीर ।
रूपेंद्रिय-पु० [सं०] नेत्र, नयन, प्रांख । रूपमान-वि० [सं० रूपवान] स्वरूपवान, सुन्दर ।
रूपेटौ-पु० [सं० रूप्य+रा०एटौ] चांदी का प्याला विशेष । रूपमाळा-स्त्री० एक मात्रिक छंद विशेष ।
रूपेरण-स्त्री० चांदी की मूठ वाली तलवार । रूपमाळा-निसणी-स्त्री० डिंगल का एक छंद ।
रूपेस्वर-पु० [सं० रूपेश्वर] एक शिव लिंग विशेष । रूपमाळी-स्त्री० एक वणिक छद ।
रूपेस्वरी-स्त्री० एक देवी का नाम । रूपमिण-पु० [सं० रूपमणि] तारा ।
रूपयो-देखो 'रूपयो' । रूपराय-पु० १ चांदी के रंग का घोड़ा । २ रूप का राजा। रूपोटौ-देखो 'रूपेटौ। रूपरासिक-पु० वह घोड़ा जिसका बायां पैर (पिछला) श्वेत हो। रूपौ-पू० [सं० रूप्यं] १ चांदी, रजत, रूपा । २ हंस । ३ श्वेत रूपरासी-वि० [सं०रूपराशि] रूप वान मनोहर, रूप का भण्डार। वर्ण का अश्व । ४ देखो 'रूप' । रूपरेखा, रूपरेह-स्त्री० [सं० रूपरेखा] १ मूल विषय की | रूबकार-पु० [फा०] १ प्रदालत में हाजिर होने का मादेश
प्रस्तावना, भूमिका, ढांचा । २ किसी लेख का डौल। पत्र । २ उपस्थिति ।
For Private And Personal Use Only