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राज
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राज पू० [सं० राज्य] १ राजा का शासन । २ किसी राजा के शासन का देश, राज्य, जनपद । ३ सत्ता ४ सरकार, प्रशासन करने वाली संस्था । ५ सामर्थ्य अधिकार । ६ शासन काल राज्य काल ७ एक रोग । ८ प्रभाव, नियंत्रण [सं० राज्, राजन् ] ६ राजा, नृप। १० प्रियतम पति । ११ स्वामी, मालिक । १२ प्रतिष्ठित व्यक्ति के लिये श्रादरयुक्त संबोधन । १३ राजा द्वारा मनोनीत व्यक्तियों की उपाधि सूचक शब्द । १४ धर्मराज १५ कवि १६ मिस्त्री, शिल्पी | १७ दीपक बुझने की प्रवस्था । १८ अंश १९ गीत की लय [फा० राज] २० गुप्त बात भेद, रहस्य । सर्व० श्राप, श्रीमान । वि० १ प्रिय, प्यारा । २ प्रमुख, मुख्य - अंग- पु० मंत्री - इव= 'राजेंद्र' । - कथा - स्त्री० राजानों की कथा, तवारीख । राजनीतिक चर्चा – कन्या स्त्री० राजा की पुत्री । राजकुमारी । — कमला - स्त्री० राज्यलक्ष्मी । कर- पु० राज्य का कर । करता-वि० राज्य करने वाला। राजा ।
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-काज पु० राज्य या शासन संबंधी कार्य । —कार-पु० राज्य कर्मचारी कारिज १० राज्य संबंधी कार्य । - फिरिया स्त्री० राजनीति । कुपर, कुंबर-५० राज कुमार-कुरि, कुंकुधारी कुंवार, कुवारि कुंवारी कुपारि, कुमारी स्त्री० 'राज'बारी' - कुमार-१० राजा का पुत्र । कुमारी -स्त्री० राजा की पुत्री - कुळ, कुल-पु० राजा का वंश, राजवंश | राजा का दरबार, न्यायालय । कुळि, कुळी, कुलि, कुली-वि० राजा के वंश का राजा का वज। राजा के परिवार का सदस्य ।—त्रिया स्त्री० राजनीति राज्य का विधान-गद्दी, गादी, गोदी- स्त्री० राज्य सिंहासन । राज्याधिकार। गुर, गुरु-पु० राजा का गुरु । राजपुरोहित । - ग्रह - पु० राजमहल । राजगृह । - ठोड़-स्त्री० राजधानी ।-दंड-पु० राजा या राज्य की ओर से तय किया जाने वाला दड, सजा । राज्य का दण्ड विधान । - - दरबार पु० राजा, मंत्री व सामतों की सभा जिसमें राज्य संचालन के आदेश दिये जाते थे। वह कक्ष या स्थान जहां यह सभा होती थी। राजा की कचहरी, 'राजद्वार' । दुधार, दुबार='
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राजकोलाहल पु० संगीत में एक ताल । राजखग- पु० [सं० खगराज ] गरुड़ । राजगत ( ति सिरी० [सं० राज्य गति]
राजनीति ।
२ राज्य या शासन की प्रणाली विधि। ३ भाग्य की अदृश्य गति ।
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राजी
राजग हैली - वि० प्रीत में बावली !
राजगीर (री) - पु० भवन बनाने वाला शिल्पी । राजघ्रनीका स्त्री० राम बेलि लता ।
राजड़-स्त्री० १ लंगा जाति विशेष । २ देखो 'रराजबाई' | राजचपक, राजचंपी पु० [सं० राजचपक] सुल्ताना चपा, एक
प्रकार का पूष्प ।
राजचील - पु० [सं०] शेष नाग | राजचूड़ामणि- स्त्री० [सं०] संगीत में एक ताल । राजजन पु० एक प्रकार के जामुन ।
राजली (बी)- कि० [सं० राज्] १ बासीन होना, बैठना।
२ शोभित होना, फबना । ३ सुन्दर लगना । ४ चमकना । ५ राज्य या शासन करना । राजत-देखो 'राजित'।
राजतरुणी - स्त्री० [सं०] सफेद गुलाब की लता, बड़ी सेवती । राजतिलक ( तीलक ) - पु० [सं०] १ राजा बनाने के लिये राज्य सिहासन पर बैठा कर किया जाने वाला तिलक, टीका राज्याभिषेक । २ राजा बनाने की विधि । ३ इस अवसर पर होने वाला उत्सव | राजतीमुद्रा - स्त्री० चांदी की मुद्रा, सिक्का । राजलेज-०१ मा या शासन की रक्ति, रौब, प्रभाव । २ राजा जैसा व्यक्तित्व, गुण । ३ राजसी ठाट,
चमक-दमक ।
राजथंभ - पु० [सं० राज्य-स्तंभ] १ राज्य के कार्यों का संचालन करने वाला प्रमुख व्यक्ति, मंत्री । २ राजा, नृप । राजयांग (न) - देखो 'राजस्थान' । राजघाट पु० राजसी ठाट-बाट । राजदुलारी - स्त्री० राजकुमारी । राजदूत - ० [सं०] १ किसी राज्य या राष्ट्र का धन्य राज्य या राष्ट्र में प्रतिनिधित्व करने वाला प्रधिकारी, व्यक्ति । २ राजा का दूत या संदेश वाहक ३ राजाज्ञा प्रसारित करने वाला कर्मचारी या व्यक्ति ।
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प्रदालत |दवार,
राजकदंब १० [सं०] १ स्वादिष्ट फलों वाला एक कदम्ब राजद्रोही वि० [सं०] १ विद्रोही, बागी २ राज्य विरोधी कार्य
वृक्ष विशेष । २ इस वृक्ष का फल ।
करने वाला ।
राजद्वार (द्वारी ) - पु० [सं०] १ राजमहल या किले का द्वार । २ राज दरबार । ३ कचहरी, न्यायालय । राजद्वारिक, राजद्वारी पु० राज दरबार या राज्य के पदाधिकारी ।
राजद्रोह पु० [सं०] १ राज्य, राजा या शासन के प्रति प्रजा, सेना या व्यक्ति का विरोध, विद्रोह, बगावत । २ राज्य का ग्रहित करने वाला कार्यं ।
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राजधणी - पु० १ राजा नृप । २ राज्य का प्रधिपति ।
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