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मोबद
मोरसिरी
मोबद, मोबिद-पु० [अ० मुनविद] १ फारसियों का धर्मोपदेशक । मोरचाबंदी-स्त्री. जमीन में खाई खोदकर युद्ध के लिए बैठने २ पुजारी।
की क्रिया। मोबियो-पु. १ मोटी व चौडी खपरल । २ देखो 'बोबियो'। मोरची-पु० [फा० मोरचाल] १ जमीन में खोदा जाने वाला मोबी, मोभी-पु. (स्त्री० मोबण) १ प्रथम प्रसव का पुत्र, ज्येष्ठ खड्डा या खाई जिस में बैठ कर शत्रु का मुकाबला किया
पुत्र । २ बड़ा भाई। ३ मकान की छत में लगाई जाने जाता है । २ गढ के चारों मोर सैनिकों के लिये खोदी वाली महराब, कड़ी।
जाने वाली खाई। ३ शत्र से मुकाबला करने का सुरक्षित मोम-पु० [फा०] १ एक प्रकार का गाढा व चिकना पदार्थ स्थान । ४ मुकाबला, सामना । ५ मुकाबले में प्राने की
जिसकी बत्तियां बनती हैं । २ शहद की मक्खियों द्वारा क्रिया या भाव । ६ लोहे का जंग। दर्पण का मैल । छत्ता बनाने का चिकना पदार्थ । ३ यश, कीति । ४ भूमि, मोरछड़, मोरछल-पु. मोर की पांखों का बना चवर । पृथ्वी। ५ युद्ध। -वि० दयालु। '
मोरछो-देखो 'मोरचौ'। मोमजामो-पु. मोम का रोगन चढा वस्त्र, मेणिया । मोग्ट-स्त्री० [सं०] १ गन्ने की जड़ । २ एक प्रकार की पास । मोमबसाहिमोळियौ-पु० कुछ विशेष रंगों का साफा। मोरण-पु. बाजरी की बाल को सेक कर निकाले जाने वाले मोमविल-वि० सहृदय, भावुक ।
_कच्चे दाने । मोमन-देखो 'मोमिन'।
| मोरणा-स्त्री० सारंगी की खूटी।। मोमना-स्त्री० घोड़ों की एक जाति ।
मोरणी-स्त्री. १ सारंगी में लगने की खूटी । २ बाजरी की मोमनी-स्त्री० एक प्रकार का वस्त्र ।
___ बाल से दाने निकालने की क्रिया या भाव । ३ देखो 'मोरनी'। मोमबत्ती-स्त्री. मोम की बनी बत्ती जो प्रकाश के लिये जलाई मोरणी-पु. एक प्रकार का सरकारी कर। जाती है।
मोरणी (बो)-देखो 'मौरणो' (बी) । २ देखो 'मोडणी' (बी)। मोमाली-स्त्री० मधु मक्खी।
मोरत-देखो 'महरत'। मोमाळ-पु. मामा का घर, ननिहाल ।
मोरधज, मोरधुज, मोरधून, मोरधूजी, मोरध्वज-पु. मोमिन-पु० [अ०] १ धर्मनिष्ठ मुसलमान । २ इस्लाम व खुदा
[सं० मयूर-ध्वज] १ एक प्रसिद्ध, पौराणिक राजा । पर ईमान लाने वाला। ३ जुलाहा मुसलमान । | २ जोधपुर के किले का नाम । मोवला-स्त्री०१कुम्हारों की एक शाखा । २ मिट्टी के बर्तन | मोरनदेवी-स्त्री० एक लोक देवी विशेष । बनाने वाली एक मुसलमान जाति ।
मोरनाच-स्त्री० नृत्य का एक भेद । मोयली-पु० उक्त 'मोयला' जाति का कोई व्यक्ति ।
मोरनी-स्त्री० [सं० मयूर] १ मादा मयूर, मादा मोर । मोरंबदोस-पु० जैन धर्म में एक दोष ।
२ देखो मोरणी'। मोर (उ)-पु० [सं० मयूर] (स्त्री० मोरनी)१ शिर पर किलंगी मोरपंखी-स्त्री०१ मोर पंख की तरह बनी व रंगी वस्तु या व लम्बी गर्दन का, गरुड़ जाति का एक बड़ा पक्षी । २ मुस
नाव । २ मल खंभ की एक कसरत । -वि० १मोर की लमानों की एक जाति । ३ एक रंग विशेष का घोड़ा।
पंख का बना । २ मोर की पंख के समान । ४ देखो 'मोर' । ५ देखो 'मोहर' । ६ देखो 'मोरा'।
मोरमींग्ली, मोरमीडी, मोरमीठो-स्त्री. १ स्त्रियों के शिर का मोर-देखो 'मोहर'।
पाभूषण विशेष । २ स्त्रियों के बाल की लटिका । मोरउ-देखो 'मोरा'।
मोरमुकट, मोरमुकुट, मोरमुगट-पु० [सं० मयूर-मुकुट] १ मोर मोरख, मोरखो-स्त्री० १ हल में लगने का लोहे का एक
की पंखों का मुकुट या ताज । २ वह मुकुट जिस पर मोर उपकरण । २ देखो 'मूरख'।
की पंख लगी हो। मोरही-स्त्री० १ कच्चे मकान के छाजन में लगने की एक . लकड़ी। २ देखो 'मोरनी'। ३ देखो 'मोरी'।
मोररथ-पु० [सं० मयूर-रथ] स्वामिकात्तिकय । 'मोरड़ो-पु०१ गेहूँ की बालों का गुच्छा । २ देखो 'मोर'। मोरलियो, मोरलो-देखो 'मोर' । ३ देखो 'मोरा'। .
मोरसल-देखो 'मोरछड़' । मोरचंदरका, मोरचंद्रिका-स्त्री० [सं० मयूर-चन्द्रिका मोर की | मोरसिका, मोरसिक्षा-स्त्री० [सं० मयूर-शिखा] १ मोर की पख पर होने वाली चन्द्राकार बिन्दी।
चोटी । २ एक जड़ी विशेष । मोरांब-स्त्री० प्राडी सीता, हल को रेखा।
| मोरसिरी-देखो 'बौलसिरी'।
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