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मुसंधारी
। ३८७ )
मुंबरड़ी
मुंबंधारी-पु० १ अरुणोदय से पूर्व का समय । २ सूर्यास्त के -वि०१ मुडा हुमा, गंजा । २ कटा हुना। ३ नीच, कमीना । प्रारंभ का समय ।
मुडक-पु० [सं०] १ शिर, मस्तक । २ एक उपनिषद । ३ नाई मुंइयो-वि० अग्रणी, प्रधान, हरावल ।
हज्जाम । -वि० मुण्डन करने वाला । मुंई-वि० [सं मत] १ मृत, मरी हुई । २. सौतेली। मुंडकी-स्त्री० शिर, खोपड़ी। मुंप्री-वि० [सं० मृत] मृत, मरा हुमा।
मुंडण-पु० [सं० मुण्डन] १ मस्तक के केशों का मुण्डन । २ यज्ञोमुकरणो (बो)-देखो 'मूकणो' (बी)।
पवीत के समय का मुण्डन संस्कार । ३ शिशु का प्रथम मुकाणी (बी),मुकावरणी(बी)-देखो 'मूकारणों (बी)।
मुण्डन । ४ हजामत । मुक्को-देखो 'मुक्की'।
मुंडणी (बो)-क्रि० [सं० मु] १ मुडा जाना, मुण्डन किया मुगउ-१ देखो गूगो' । २ देखो 'मूगो'।
जाना, बाल काटे जाना । २ ठगा जाना । ३ पीसा जाना। मुंगतो-देखो मंगती।
मुंरत-वि० [सं० मुण्डित] मुश हुमा, मुडित । मुंगवणी-पु० [सं०मुग्धेन्दनम्] मांगलिक अवसरों पर लाया जाने | मुडमाळ (माळा)-स्त्री० [सं० मुण्डमाला] कटे हुए शिरों की वाला ईधन की लकड़ियों का गाड़ा।
माला। मुंगम-स्त्री० १ अतिथि सत्कार, स्वागत । २ प्रतिष्ठा, इज्जत । मुडमालिनी-स्त्री० [सं० मुण्डमालिनी] उक्त मालाधारी दुर्गा, मुंगलो-पु० मुसलमान ।
महाकाली। मुंगवड़ी-देखो 'मूगोड़ी' ।
मुडमाळी-पु० [सं० मुण्डमालिन] १ शिव, महादेव । २ मुडमाला। मुंगियो-देखो 'मूगियो', 'मूगो' ।
मुउपई, म डरची-पु० [सं० मुण्डरुचि] पाखंडी साधु, ढोंगी साधु । मुंगीपटरण-पु. एक प्रकार का वस्त्र विशेष ।
मुडहा-स्त्री० [सं० मुड-हन्] १ मुड राक्षस को मारने वाली मुंगी-देखो 'मूगो'।
दुर्गा । २ देखो 'मूडो'।। मुचणी (बो)-क्रि० [सं० मुच] १ झरना, टपकना। २ छूटना,
मुहाई-स्त्री०१मूडने या मुंडाने की क्रिया या भाव । २ उक्त मुक्त होना, रिहा होना।
कार्य का पारिश्रमिक। मुच्छ,मुछ-देखो मूछ' ।
मुगाणी (बौ)-क्रि० [सं० मुड] १ शिर के बाल कटवाना । म छणी (बौ)-देखो 'मूछरणो' (बी)।
शिर मुडवाना । २ मृतक के पीछे बाल मुडवाना। मुंघारणी (बो)-देखो 'मूछाणो' (बी)।
३ ठगाना। मुंछार-देखो 'मूछार'।
मुसाळियो, मुडाळी-पु. [देश॰] कूए का वह स्थान जहां से मुधाळ, मधाळो-देखो 'मूछाळो' ।
पानी मागे नाली में जाता है। मुंज-देखो 'मुझ', 'मूज'।
मुंडावणी (बौ)-देखो 'मुडाणो' (बी)। मुंजक-पु० घोड़ों की प्रांख का एक रोग ।
मुंडासुर-पु० [सं० मुण्ड-असुर] 'मुड' नामक असुर । मुंजकेतु-पु० [सं०] एक राजा विशेष ।
मुंडासौ-देखो 'मुडासौ'। मुजकेस-पु० १ एक प्राचार्य । २ एक राजा।
मुंडित-वि० [सं०] १ मुडा हुआ, गंजा । २ कटा हुषा । मजमेखळा-स्त्री० मूज की मेखला, कटिबंध ।
-पु. लोहा। मुजमेखळी-पु. १ महादेव, शिव । २ विष्णु ।
मुडिम-पु. एक प्राचीन प्राचार्य। मजरो-देखो 'मुजरौ'।
मुडी-स्त्री. १ विधवा, रांड । २ एक प्रकार की लिपि । मुंजाळ-पु० मूज का पौधा । मूजघास ।
मडीयो-पु० सरहद का पत्थर । मुजेवड़ी, मजोवड़ी-पु० मूज की रस्सी, घास की रस्सी।
मुंडेर-देखो 'मंडेरी'। मुंशाणो(बो)-देखो ' रझाणो' (बी)।
मतजिम-वि० [अ०] १ व्यवस्थापक, प्रबंधक । २ प्रकाशमान । मुं-पु० [सं०] १ मनुष्य का शिर, मस्तक । २ कटा हुमा शिर । मुंतणो (बी)-देखो 'मूतणी' (बी)।
३ गंजा या मुंडा शिर। ४ गंजा मनुष्य । ५ शाखा प्रादि | मुथा-पु. नवग्रहों के अतिरिक्त एक ग्रह विशेष । (ज्योतिष) रहित पेड़ का तना । ६ राहु नामक ग्रह । ७ भृगुकुलोत्पन्न | मगर-देखो 'मुदगर'। एक गोत्रकार । ८ एक दैत्य । ९ एक उपनिषद । १० शुभ- मुबड़उ, मुंदड़ी,मदडो-देखो 'मूदड़ी। निशुभ का सेनापति एक असुर। ११ कोरव दल का एक | मदरणी (बी)-क्रि० [सं० मुद्रण] १ खुली प्रांखें बंद होना,मिचना योदा । १२ नाई। १३ लोहा । १४ मंडूर । १५ अनाज का | २ अंत या समाप्त होना । एक प्रकार का नाप जो१० कलसी के बराबर होता था। मदरड़ी-देखो 'मदड़ी' ।
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