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भीसममापी
( २९१ )
भुगतरणौ
भोसमायो-स्त्री० [सं० भीष्म-प्रार्या ] गंगा, भागीरथी। भग-देखो 'भुजंग' । भीसुर-वि० दीप्तिमान ।
भुअंगम (मि)-देखो 'भुजंगम' । भीस्म-पु० [सं० भीष्म कुरुराज शांतनु व गंगा का पुत्र । २ शिव, भुन-देखो 'भू'।
महादेव । ३ राक्षस, असुर । ४ साहित्य में एक रस । भुप्रण, भुमन-देखो 'भुवन'। -पति='भुवनपति' । -वि० भयंकर, डरावना ।
भुम्रपति, भुप्रगत्तिअ-देखो भूपति' । भीस्मक-पु० [सं० भीष्मक] विदर्भ देश का भोजवंशीय राजा। | भनखळ -पृ० [सं० भू-बल] १ राजा, नृप । २ बीर, योद्धा । --सुता-स्त्री० श्रीकृष्ण की पत्नी रुक्मिणी ।
भुमा, भुप्राजी-देखो 'भूया'। भीस्मपितामह-पु० [सं० भीष्म-पितामह] कौरव-पांडवों के | भुमाळ-पु० १ केश, बाल । २ प्रार्या गीति का एक भेद । पितामह, भीष्म ।
३ देखो 'भूपाळ'। भीस्ममणि-स्त्री० [सं० भीष्ममणि] एक सफेद पत्थर या मणि | भई, भुइ-१ देखो 'भूमि' । २ देखो 'भाय' । विशेष।
भुइं प्रांवळी-पु० [सं० भूम्यामलकः] ठंडे स्थानों में होने भीस्मसू-स्त्री० [स० भीष्मसू] गंगा, भागीरथी ।
__वाला एक क्षुप विशेष ।। भोस्मास्टमी-स्त्री० [सं० भीष्माष्टमी] माघ शुक्ला अष्टमी जब भुइ, भुइण, भुई-१ देखो 'भूमि' । २ देखो 'भांय' । भीष्म ने देह त्याग किया।
भुई रीगणी-स्त्री० कंटकारी नामक छोटा क्षुप । भु, मुंभ-१ देखो 'भांय' । २ देखो 'भूमि' । ३ देखो 'भ्र। | भुई-देखो 'भूमि' । भुआरौ, भुइंरू, भुइरौ-देखो 'भंवारी' ।
भुक्ख-देखो 'भूख'। भुंड, भुइण-१ देखो 'भूमि' । २ देखो 'भाय' । ३ देखो 'भुवन'।। भुक्खड़, भुक्खो-देखो 'भूखौं' । भुइदाग-पु. १ शव का दफन । २ दाह संस्कार का दिन । भुक्त-वि० [सं०] १ खाया हुआ, भक्षित । २ भोगा हुआ । भुइरो-देखो 'भवारों'।
३ भुगता हुमा, वहन किया हुआ । ४ सजा, दण्ड आदि भुई-१ देखो भाय' । २ देखो 'भूमि' ।
पाया हुमा । ५ जिसे भुना लिया गया हो। -पु. भोजन । भुईबावळी-स्त्री० बबूल जाति का एक वृक्ष ।
भक्तकार-पु० [सं०] रसोईदार, रसोईया । भुकार-स्त्री० ध्वनि विशेष ।
मुक्तभोग, भुक्तभोगी-वि० [सं०] १ जिसने भोग किया हो। मगर-पु० एक जतु विशेष ।
२ जिसका भोग किया गया हो । ३ भुगता हुमा। भुंगरी-पु० रंग विशेष का घोड़ा। भुगळ-देखो भूगळ' ।
भुक्ति-स्त्री० [सं०] १ चार प्रकार के प्रमाणों में से एक। मजाइयो-पु० अतिथियों को भोजन कराने वाला।
२ ग्रहों का किसी राशि से गमन । ३ अपने अधिकार के भुजाई, भुजायी-स्त्री. १ भोज विशेष । २ देवता का नैवेद्य
प्रयोग की अवस्था, दखल । ४ प्राहार, भोजन । ५ भोग। ३ भूजने की क्रिया । ४ रसोई ।
६ प्रान्त । भुजारणी (बी). भुजावणी (बी)-क्रि. १ तलवाना, भुजवाला। मुखड़ी-स्त्री० एक प्रकार की बन्दुक । २ तलना, फ्राई करना।
भूखी -स्त्री० निर्धनता, कगाली। भुड, मुंडौ-देखो 'भूडो'।
भुखमरी-वि० (स्त्री० भुखमरी) १ भूखा, कंगाल, निर्धन, भुय-१ देखो 'भूमि' । २ देखो 'भाय' ।
दरिद्र । २ हर समय खाने की नीयत रखने वाला, पोछा। भुरट, भुरटियो-देखो 'भुरट'।
३ अत्यन्त भूखा, भूख से बेताब । भुबलि-देखो 'भुवन'।
भखारी-पु० [फा० बुखारा] तुर्किस्तान का एक नगर । मवारणी (बौ)-देखो 'भवाणी' (बी)। मुंबाळी-देखो 'भंवळ'।
भुख्याळवी-देखो 'भूख'। (स्त्री० भख्याळवी)। मवारी-१ देखो 'भवारो' । २ देखो 'भ्र'।
भुगटो-देखो 'भ्रकुटि'। भंवास-पू० १ घोड़े के पिछले पैर बांधने का खूटा । २ देखो भुगत-पु० [सं० भक्त] १ भोजन, प्राहार । २ धन, द्रव्य । 'भूयास' ।
३ भुगतने की क्रिया या भाव । भुहडिय-देखो 'भ्रू , भ्रकुटि' ।
भुगतणो (बी)-क्रि० [सं० भुक्त] १ उपभोग करना, भोगना। मुंहरो, भुहारी-१ देखो 'भ्र'। २ 'मंवारी'।
२ वहन करना, सहन करना । ३ भार उठाना, जिम्मेदारी भ-पु० १ कोमा । २ सर्प । ३ हड्डी। ४ वेसक ।
लेना। ४ अनुभव करना, देखना । ५ ऋण, देनादारी
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