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..। ३१० )
मार्डर देना। ३ मांगने का कार्य कराना। ४ वस्तु को | मंजरीक-पु. १ मोती । २ तुलसी। लौटाने के लिये कहलाना।
मंजळी-देखो 'मंजुळ'। मंगिण-देखो 'मांगण'।
मंजवती-पु० एक वणिक छंद विशेष । मंगित-देखो 'मंगतो'।
मंजा-स्त्री० [सं०] १ बकरी। २ मंजरी । ३ लता, बेल । मंगेज-पु० गर्व, अभिमान।
मंजाणौ (बी)-क्रि० १ राख, मिट्टी प्रादि से साफ कराना। मंगेजण (न)-वि. गविली, मानिनी ।
२ स्वच्छ कराना, चमकवाना .। ३. स्नान करवाना, मंगेड़ो-पु० द्वार, दरवाजा।
नहलवाना। मंगेतर-स्त्री. १ विवाह हेतु निश्चित की गई लड़की, सगाई मंजार-१ देखो 'मारणार'। २ देखो 'मध्य' ।
की हुई लड़की। -पु. २ संबंध किया हुमा लड़का। मंजारखळ-पु० [स० मार्जार+खल] श्वान, कुत्ता। मंगोळ-पू०१ मध्य ऐशिया (मंगोलिया) व उससे पूर्व में बसने | मंजारड़ी-१ देखो 'मारजार' । २ देखो 'मंजा'। वाली एक जाति । २ इस जाति का व्यक्ति।
मंजारछळ-पु० [सं० मार्जार छल] शेर, सिंह। मंच, मंचक-पु० [सं०मञ्च] १किसी सभास्थल का ऊंचा स्थान, | मंजारी-देखो 'मारजार'।
चौकी जिस पर बैठ कर प्रवचन, अभिनय प्रादि किया जाता मंजावट-स्त्री० मज्जन व सफाई की क्रिया। है। स्टेज । २ खेत की रखवाली या शिकार के लिये बनाया मंजावरणी (बी)-देखो 'मंजारणी' (बी)। गया मचान । ३ पलंग, खाट । ४ पीठिका ।
मंजासणी-देखो मजासणो'। मचिका-स्त्री० [सं०] कुर्सी।
मजिल-स्त्री० [अ०] १ यात्रा के बीच पाने वाले ठहराव, मंचोनमंच-पु० मंडप ।
विश्राम स्थल । २ गन्तव्य स्थान । ३ क्रमशः तय की जाने मंच्छावाचा-पु० [सं० मनस्-वाञ्छा] शिव की उपासना वाली यात्रा की दूरी या चढ़ाई। ४ मकान के ऊपर
के लिये किया जाने वाला व्रत विशेष । -क्रि० वि० मन | नीचे का खण्ड, माला, स्टोरी। ५ एक दिन की यात्रा। भौर वचन से।
६ नक्षत्र । ७ चांद का घर । ८ लबी यात्रा। मंछर-देखो 'मछर' ।
मंजीठ-देखो 'मजीठ'। मंछा-देखो 'मंसा'।
मजीठी-देखो 'मजीठी'। मंछी-देखो 'मच्छी'।
मंजीर-पु० [सं०] १ पैरों में पहनने का प्राभूषण विशेष, नूपुर, मंज-पु० १ रंग । २ देखो 'मंजु' । ३ देखो 'मंजरी' ।
झांझर । २ एक प्रकार का वस्त्र विशेष । ३ वह डंडा या मंजण, मजरिण (पी)-पु० [सं० मार्जनम्] १ स्नान । २ दांत खंभा जिसमें मथ-दण्ड बधा रहता है। ४ प्रथम गुरु के
साफ करने का चूर्ण या दवा, मंजन । दांतुन । ३ दांतुन नगण का एक भेद । ५ देखो 'मंजीरा'। करने की क्रिया।
मंजीरा-पु० (ब. व.) [सं० मंजीर] १ कांसी या पीतल के मंजणी (बी)-क्रि० [सं० मार्जन] १ स्वच्छ होना, नहाना।
प्यालानुमा युग्म वाद्य जो प्राय: ढोलक के साथ बजाये २ मांजा जाना, साफ किया जाना, चमकना, साफ होना।
जाते हैं । २ अठारह वर्ण का एक वणिक छद विशेष । ३ दक्ष होना, प्रवीण होना। ४ अनुभवी होना। ५ देखो | मंजु-वि० [सं०] सुन्दर, मनोरम । 'मांजणों' (बो)।
मंजुकेसी-पु० [सं० मंजुकेशिन्] श्रीकृष्ण । मंजन-देखो 'मंजण' ।
मंजुघोस-पु० [सं० मंजुघोष] तांत्रिकों का एक देवता।
| मंजुघोसा-स्त्री० [सं० मंजुधोषा] १ एक अप्सरा का नाम । मंजर-पु० [सं० मजर] १ मोती। २ मोर पंख की चंद्रिका केन महीनतम बाल । -वि. १ सुदर, मनोहर। २ देखो
र २ अप्सरा।
असर 'मंजरी' ।
मंजुनासी-स्त्री० [सं० मंजुनाशी] १ दुर्गा का एक नाम । मंजरणी (बी)-क्रि० वृक्ष व पौधों पर मंजरी आना, बौर युक्त |
- २ इन्द्राणी का एक नाम । होना ।
मधुर-देखो 'मंजरी'। २ देखो 'मंजूर'। मंजरि-देखो 'मंजरी' ।
मंजुरणौ (बो)-देखो ‘मंजरणी' (बी)। मंजरिनेत्र-पु. एक रंग विशेष का घोड़ा।
मंजुळ-वि० [सं० मंजुल] १ सुन्दर, मनोहर । २ सुरीला । मंबरी-स्त्री० [सं० मंजर-डीप] १ कतिपय पौधों व वक्षों में मंजुसी-पु० [सं० मंजुश्री] १ एक प्रसिद्ध बौद्ध प्राचार्य । २ देखो
फलों से पूर्व पाने वाली बौर । २ एक राग विशेष । . 'मंजूसी'।
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