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विद्यमान जीवो ने प्रगट करे छे के नवा प्रगट करे छ ? जो आदि पक्ष होय तो तेनो उत्तर सांभलो. विवेचन:- केटलाक यवनाचार्यो एम बोले छे के ईश्वर पोतेज जीव समूह ने उत्पन्न करी संसारी भाव ने पमाड़े छे. अने महा प्रलयकाल समये जीवो ने पोताना मां पाछा संहरी ले छे. त्यारे जैन शास्त्रकारो तेमने पूछे छे के ईश्वर जीवो ने उत्पन्न करे छे ते विद्यमान जीवो ने उत्पन्न करे छे के नवा जीवो ने उत्पन्न करे छे ? जो ईश्वर विद्यमान जीवो ने उत्पन्न करतो होय तो तेनो उत्तर सांभलो. मूलम्:इष्टे पदे चेत्परिरक्ष्य जीवान, यः कार्यकाले प्रकटी करोति । सोऽस्मादृशःकर्मणिवस्तुरक्षी,प्रस्तावनोप्राप्तिभयाद्विभीतः५० गाथार्थ :- जो ईश्वर इष्ट स्थले जीवो ने राखी ने कार्य अवसरे प्रगट करे छे तो अवसरे प्राप्ति ना भय थी डरेल ते ईश्वर क्रिया अवसरे अमारी जेम वस्तु नो संग्रह करनार थाय. विवेचन:-जो प्रथम पक्ष मुजब ईश्वर विद्यमान जीवो ने उत्पन्न करतो होय तो एम नक्की थाय छे के ईश्वर जीवो ने इष्ट स्थले राखी के छे अने कार्य अवसरे प्रगट करे छे. जेम एक सामान्य माणस जे वस्तु नी पोताने जरूर