________________
पृथ्वी के धंसने का फलादेश
धूलि, राख, अग्नि आदि बरसने का फलादेश
विभिन्न ग्रहों के प्रताडित मार्ग में विभिन्न ग्रहों के गमन का फल
निर्जीव पदार्थों के विकृत होने का फलादेश
विषयानुक्रम
पूजा आदि के स्वयमेव बन्द हो जाने आदि का विचार
वृक्षों की छाया आदि विकृतियों का विचार
चन्द्रशृं ंग एवं चन्द्रोत्पातों का फलादेश शिवलिंगों के विवाद आदि का फलादेश मंगलकलश के अकारण विध्वंश का फल नवीन वस्त्रों के अकारण जलने का फल पक्षियों एवं सवारियों की विकृति का फल
घोड़ों के उत्पातों का फल
नक्षत्रों के उत्पात का फलादेश
उत्पात - शान्ति विचार
विवेचन
पन्द्रहवाँ अध्याय
ग्रहाचार के निरूपण की प्रतिज्ञा
शुक्र ग्रह का महत्त्व
शुक्र के उदय और अस्त का सामान्य कथन
शुक्र की किरणों के घातित होने का फलादेश
शुक्र के मण्डलों और नक्षत्रों के नाम और लक्षण एवं उनमें शुक्र के
गमन का फल
शुक्र की नाग आदि वीथियों के नक्षत्र
शुक्र के वीथि गमन का फल
कृत्तिका आदि नक्षत्रों के उत्तर एवं दक्षिण की ओर से शुक्र के गमन का फलादेश
वीथ - मार्ग
वार और नक्षत्रों के सहयोग से शुक्र-गमन का फल सूर्य में शुक्र के विचरण का फल
91
वर्षासूचक शुक्र का गमन
प्रातःकाल पूर्व में शुक्र और अनुगामी बृहस्पति का फल
241
241
242
243
243
244
244
245
246
246
246
247
250
252
252
263
264
264
264
271
274
274
275
275
तृतीयादि मण्डलों में शुक्र के विचरण का फल
कृत्तिकादि नक्षत्र तथा दक्षिण आदि दिशाओं में शुक्र के गमन का फलादेश 276
मघा आदि नक्षत्रों में मध्यम गति के शुक्र का फलादेश
276
277
277
265
270
271