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भद्रबाहुसंहिता
बुधोदय होने पर 25 दिन के बाद रुई में 10 प्रतिशत तेजी आती है और पश्चिम में बुधोदय होने पर रूई, कपास, सूत आदि में सस्ती आती है । मार्गशीर्ष बुधोदय हो तो रूई तेज होती है । पूर्व दिशा में बुध का अस्त होने से 33 दिनों में धान्य, घृतादि मन्दे होते हैं किन्तु रुई में 15 प्रतिशत की तेजी आती है। पश्चिम में बुध के अस्त होने से 15 दिन में रुई 10 प्रतिशत तक सस्ती होती है । मेष राशि से लेकर सिंह राशि तक बुध के मार्गी होने से कपड़ा, चावल, हाथी, घोड़ा आदि पदार्थ सस्ते होते हैं । कन्या और तुला में बुध के मार्गी होने से चन्दन, सूत, घृत, चीनी, अलसी आदि पदार्थ महँगे होते हैं । वृश्चिक में बुध के मार्गी होने से एरण्ड, बिनौला और मूंगफली तेज हो जायगी । कुम्भ और मीन में बुध के मार्गी होने से सोना, सुपारी, सरसों, सोंठ, लाख, कपड़ा, गुड़, खाँड, तेल और मूंगफली आदि पदार्थ तेज होते हैं ।
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गुरु की स्थिति का फलादेश - वृष राशि में गुरु के रहने से घी और धान्य का भाव अत्यन्त तेज होता है । मिथुन राशि में गुरु के रहने से रूई, तांबा, चांदी, नारियल तेल, घृत, अफीम पदार्थ पहले तेज, पश्चात् मन्दे होते हैं । कर्क राशि में गुरु के रहने से सभी पदार्थ महँगे होते हैं । सिंह में बृहस्पति के रहने से गेहूँ, घी तेज और कन्या में रहने से ज्वार, मूंग, मोठ, चावल, घृत, तैल, सिंघाड़ा छः महीने के बाद तेज, रूई तीन-चार महीने में तेज तथा चाँदी मन्दी होती है । वृश्चिक राशि के गुरु में सभी वस्तुएं तेज होती हैं । धनु राशि के गुरु में गेहूं, चावल, जौ आदि अन्न महंगे; तैल, गुड़, मद्य सस्ते होते हैं । मकर राशि में गुरु के रहने से तीन महीने महँगी पश्चात् मन्दी आती है। मीन राशि के गुरु में सभी वस्तुएं तेज होती हैं। गुरु के अस्त होने के 31 दिन बाद रूई में 10-20 रुपये की मन्दी आती है । फाल्गुन मास में गुरु अस्त हो तो धान्य तेज और रूई में 10-20 रुपये की मन्दी आती है । गुरु के वक्री होने पर सुभिक्ष, धान्य भाव सस्ता, धातु, रूई, केसर, कपूर आदि पदार्थं सस्ते होते हैं । गुरु के मार्गी होने से चांदी, सरसों, रूई, चावल, घी में निरन्तर घटा-बढ़ी होती रहती है ।
शुक्र की स्थिति का फलादेश - मेष के शुक्र में सभी धान्य महँगे, वृष के शुक्र में अनाज महँगा, रूई, मन्दी और अफीम तेज; मिथुन के शुक्र में रूई मन्दी, अफीम तेज; कर्क के शुक्र में सभी वस्तुएँ महँगी, रूई का भाव विशेष तेज; सिंह के शुक्र में लाल रंग के पदार्थ महँगे, कन्या में सभी धान्य महंगे, तुला के शुक्र में अफीम तेज वृश्चिक के शुक्र में अनाज सस्ता; धनु के शुक्र में धान्य महँगे, मकर के शुक्र में 20 दिन में सभी अन्न महंगे, कुम्भ एवं मीन के शुक्र में अनाज सस्ते होते हैं । सिंह का शुक्र, तुला का मंगल, कर्क का गुरु जब आता है, अब अन्न महँगा होता है ।