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जीव और प्रयोग
०३ प्रयोग के चार भेद
०४ योग के पन्द्रह भेद
०५ प्रयोग के पन्द्रह भेद
०६ एकांतानुवृद्धि योग का स्वामित्व
०७ उपपाद योग का स्वामित्व
०८ परिणाम योग का स्वामित्व
०६ वचन योग के भेद
१० मनयोग के भेद
११ सत्य ( वचनयोग ) के भेद
'१२ मृषा वचययोग के भेद
१३ सत्यमृषा वचनयोग के भेद
* १४ काययोग के भेद
०८ योग पर विवेचन
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* १० लेश्या और कर्म
११ सलेशी और सयोगी
* १२ योग आश्रव और लेश्या
१३ योग और प्रमाद आस्रव
१४ योग और लेश्या
* १६ योग और निर्जरा
* १७ अयोग संवर और भाव
*१८ योग और आत्मा *१६ योग और धर्म-अधर्म
२० योग आत्मा एक नहीं अनेक है *२१ योग आत्मा और सावद्य - निरवद्य
* २२ योग और भाव आत्मा
२३ योग आत्मा द्रव्य जीव नहीं है— भाव जीव है
'२४ योग आत्मा और कर्म बंधन का टूटना
* २५ योग और करनी
* २६ अशुभ योग और मुनि
* २७ योग आत्मा और सर्व उत्तर गुण
* २७ योग आत्मा और देश उत्तर गुण
*२८ योग आत्मा और निर्जरा * २६ योग आत्मा और कर्म .३० योग और प्रमाद आत्रव . ३१ योग आत्मा और भाव
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