________________
( १९१ ) संकलन सम्पादन अनुसंधान में प्रमुख ग्रन्थों की सूची १से ४ अंगसूत्ताणि
आयारो-सूयगडो-ठाणं-समबाओ
वाचना प्रमुख-आचार्य तुलसी, संपादक-मुनि नथमल ( वर्तमान नाम-युवाचार्य भी महाप्रज्ञ )। प्रकाशक-जेन विश्वभारती, लाडणूं।
अंगसूत्ताणि भगवई-संकेत-भग.
वाचना प्रमुख-आचार्य तुलसी, संपादक-मुनि नथमल ( वर्तमान नाम-युवाचार्य श्री महाप्रश) प्रकाशक-जेन विश्वभारती, लाडण । ६ से ११ अंगसूत्ताणि
णायाधम्मकहाओ - उवासगदसाओ • तगडदसाओ• अणुत्तरोषषाइदसामो-पहाषागराणं विषागसूयं ।
वाचना प्रमुख-आचार्य तुलसी, संपादक-मुनि नथमल ( वर्तमान नाम-युवाचार्य श्री महाप्रज्ञ ) प्रकाशक-जैन विश्व भारती, लाडणूं। १२ से १४ उपसगसूत्ताणि (खंड १)
ओषाइयं-रायपसेणिय-जीवाजीपात्रिगमे
वाचना प्रमुख-आचार्य तुलसी, संपादक-युवाचार्य श्री महाप्रज्ञ। प्रकाशकजैन विश्व भारती, लाड" । १५ से २३ उपसगसूत्ताणि ( खंड २)
पण्णषणा जंवुदीषण्णत्ती - चंदपण्णत्ती-सूरपण्णत्ती - निरयापलियामो कप्पडिसियामओ-पुफियाओ-पुप्फचूलियाओ-पण्हिदसाओ।
वाचना प्रमुख-आचार्य तुलसी, संपादक-युवाचार्य श्री महाप्रज्ञ, प्रकाशक-जैन विश्व भारती लाडणूं। २४ से ३२ आषस्लयं - दसवेमाजिय - उत्तरज्झयाणी - नंदी-अणुमोगदाराई
दसाओ-कप्पो-पवहारो-निसीहज्मयणं । वाचना प्रमुख-आचार्य तुलसी, संपादक-युवाचार्य श्री महाप्रज्ञ, प्रकाशकजैन विश्वभारती, लाडनूँ । ३३ कप्पनुत्त-संकेत-कप्पसु.
प्रकाशक-साराभाई मणिलाल, अहमदाबाद ।
४१ Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org