Book Title: Yoga kosha Part 1
Author(s): Shreechand Choradiya
Publisher: Jain Darshan Prakashan

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Page 350
________________ ( २५६ ) अचरय समय कृतयुग्म-कृतयुग्म एकेन्द्रिय में आदि सोलह महा युग्म में काययोग होता है। ६७.२१ प्रथम-प्रथम समय कृतयुग्म कृतयुग्म एकेन्द्रिय प्रथम अप्रथम समय कृतयुग्म कृतयग्म एकेन्द्रिय (पढम पढम समय कडजुम्मकडजुम्म एगिदिया) जहा पढम समय उद्देसओ तहेव णिरपसेस ( पढमअपढम समय कडजुम्मकडजुम्म एगिदिया) . जहा पढम समय उहेसमो तहेष भाणिणग्यो। -भग श ३५ । श १ । उ ६,७ प्रथम-प्रथम समय, प्रथम-अप्रथम कृतयुग्म कृतयुग्म एकेन्द्रिय आदि सोलह महायुग्म में काययोग होता है। ६७२२ प्रथम चरम समय कृतयुग्म कृतयुग्म एकेन्द्रिय प्रथम अचरम , , एकेन्द्रिय । .. (पढम चरम समय कडजुम्मकडजुम्मएगिदिया ) जहा चरमुहेसमो तहेष णिरवसेसं। (पढम अचरम समय कडजुम्मकडजुम्मएगिदिया) जहा बीओ उद्देसओ तहेव गिरवसेसं। -भग• श ३५ । श १ । उ८,६ प्रथम चरम समय, प्रथम अचरम समय कृतयुग्म कृतयुग्म एकेन्द्रिय आदि सोलह महायग्म में काययोग होता है । ९७.२३ चरम-चरम समय कृतयुग्म-कृतयुग्म एकेन्द्रिय चरम अचरम (चरम-चरम समय कडजुम्मकरजुम्मएगिदिया) जहा बउत्यो उहेससो तहेष। (चरम अचरम समय कडजुम्मकडजुम्मएगिदिया) जहा पढम समय उद्देससो तहेच णिरवसेसं। -भग श ३५ श १ । उ १०१११ चरम चरम समय के व चरम अचरम समय के कृतयुग्म कृतयुग्म एकेन्द्रिय में आदि सोलह महायुग्मों में काययोग होता है । ९८ लेशी महायुग्म में योग .९८.१ कृष्ण लेशी कृतयग्म-कृतयग्म एकेन्द्रिय जीव में योग Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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