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प्रकरण -छट्ठा
लौंकाशाह का जन्मस्थान ।
लौं
काशाह
हमारी बुद्धि में तो इसका
के जन्म स्थान के संबंध में आज बड़ी धाँधली मची हुई है, कारण यह जँचता है कि लौंकाशाह ने जन्म तो किसी छोटे ग्राम में लिया पर, बाद में कुछ वयस्क होने पर जीवन निर्वाह निमित्त अहमदाबाद में आकर वास किया, और वहाँ अकस्मात् यतियों से विरोध होजाने पर, अपने नाम से नया मत निकालने की दुश्चेष्टा की, ऐसी दशा में यदि पिछले लेखकों ने उनका खास गाँव न जानने से उन्हें अहमदाबाद का ही लिख दिया हो तो कोई अस्वाभाविक नहीं है । परन्तु हम यहाँ यह प्रयास करेंगे कि वास्तव में लौंकाशाह का जन्म स्थान कहाँ है, इसलिये इस विषय के कुछ भिन्न २ लेखकों के प्रमाण यहाँ पहिले उद्धृत करते हैं।
(१) लौंकागच्छीय यति भानुचंद्र (वि० सं० १५७८ ) " सोरठ देस लींबड़ी ग्रामेह, दसा श्रीमाली डुंगर नामई । धरणी चूड़ा ही चित उदारी, दीकरो जायो हरख
पारी ॥ ३ ॥ ”
दयाधर्मं चौपाई
(२) यति कान्तिविजय (१६३६ )
" महात्मानो जन्म अरहटवाड़ा ना ओसवाल गृहस्थ
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