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प्रकरण छटा
(६) श्री वीर वंशावली वि० सं० १८०६ संग्रहीता
"लोकाशाह का जन्म पाटण में दशा पोरवाल कुल में हुआ।
जैन सा० सं० वर्ष ३ अंक ३ पृष्ठ ४९
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(७) स्था० साधु नागेन्द्रचंद्रजी से मिली पट्टावली
"एह अवसर पोसालिया, गढ जालौर मझार । ताड़पत्र जीरण थयां, कुलगुरु करे विचार ॥४०॥ लुंको महतो तिहाँ बसे, अक्षर सुन्दर तास । आगम लिखवा सुं पिया, लिखे शुद्ध सुविलास ॥४१॥
ऐति० नोंध पृ. ११६
इसीसे मिलती हुई एक रूपचंदकृत चौपाई भी वि० सं० १६९९ की है, उसमें भी लौकाशाह का जन्म स्थान जालोर होना लिखा है।
इनके अलावा अन्य जितने लेखक हैं, उन सब का मत है कि लौंकाशाह अहमदाबाद का था, जैसे स्वामी जेठमलजी ने समकितसार नाम के प्रन्थ में, स्वामी अमोलखर्षिजी ने अपनी शास्रोद्वार मीमांसा में, स्वामी संतबालजी ने “धर्मप्राण लौकाशाह" नाम की लेख माला में, वाड़ीलाल मोतीलालशाह ने अपनी एतिहासिक नोंध में, लौकाशाह को अहमदाबाद का वासी साहूकार लिखा है। पूर्वोक्त लेखों का सारांश निनोक्त है:
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