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लौंकाशाह का देहान्त लौं० यति भानुचन्द्रजी वि० सं० १५७८ "पनरा सो बत्तीस प्रमाण, सा लुको पाम्यो निर्वाण ।"
दया धर्म चौपाई। लौकागच्छ के यति केशवजी
"शत पन्नर तेत्रीश सालई,छप्पन वरसिं सुरघर महालई।"
लौकाशाह का जन्म वि० सं० १४७७ में हुआ और आपने छप्पन (५६) वर्ष की उमर अर्थात् वि० सं० १५३३ में काल किया, लिखा है ।
" २४ कड़ी का सिलोका" । श्रीमान् वाड़ीलाल मोतीलाल शाह
“लौकाशाह का देहान्त विषय बिलकुल मौन है पर १५३१ के बाद जल्दी ही काल करना आपका मत है।"
वीर वंशावली वि० सं० १८०६
लोकाशाह के देहान्त का समय वि० सं० १५३५ का लिखा है।
जैन सा० सं० वर्ष ३-३-४९ । स्था० साधु अमोलखर्षिजी___आपने लौंकाशाह के देहान्त का समय तो नहीं लिखा है पर इतना अवश्य लिखा है कि यति लौंकाशाह ने अन्तिम समय में पन्द्रह दिन का अनशन कर समाधि पूर्वक काल किया था।
शास्त्रोद्धार मीमांसा पृष्ठ ६७ ।
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