________________
24
अध्यारोप
अनधिकारी
अध्यारोप-सं० (पु०) 1 ज़बरदस्ती लादना (सिद्धांत, मत) अनंबर-सं० (वि०) वस्त्रहीन, नंगा 2 निराधार कल्पना
अनंश-सं० (वि०) 1 जिसका कोई भाग न हो 2 भाग रहित अध्यारोपण-सं० (पु०) 1 दोष या कलंक लगाना 2 भ्रमवश अन-I (पु०) श्वास-प्रश्वास II (उप०) बिना गुण-दोष आरोपित करना 3 लादना
(जैसे-अनपढ़) अध्यारोपित-सं० (वि०) एक जगह से दूसरी जगह लगाना अनऋतु-सं० (स्त्री०) अनुपयुक्त समय अध्यास-सं० (पु०) 1 मिथ्या ज्ञान 2 भ्रांत ज्ञान 3 धोखा अनकरीब-अ० (अ०) 1 शीघ्र 2 करीब-करीब, प्रायः 3 पास अध्यासन-सं० (पु०) 1कब्ज़ा 2 अधिकार
अनकहा-(वि०) बिना कहा हुआ। अनकही देना चुप रहना; अध्यासीन-सं० (वि०) उच्च स्थान पर बैठना
अनकही बातें निरर्थक चुगली अध्याहार-सं० (पु०) 1 तर्क-वितर्क, ऊहापोह 2 शब्द को अनक्षर-सं० (वि०) 1 निरक्षर 2 मूर्ख 3 गूंगा वाक्य या पदों को पूरा करने के लिए ऊपर से जोड़ लेना अनीक्षक-सं० (वि०) बिना आँख का, अंधा 3 अनुमान से अर्थ निकालना
अनख-(पु०) 1 नाराज़गी, क्रोध 2 ग्लानि 3 झंझट अध्याहृत-सं० (वि०) 1 जोड़ा हुआ 2 अनुमानित अनखाना-I (अ० क्रि०) रुष्ट होना II (स० क्रि०) रुष्ट अध्यूढ-सं० (वि०) 1 उच्च 2 समृद्ध
करना • अध्यूढा-सं० (स्त्री०) 1 प्रथम विवाहिता स्त्री 2 विवाहपूर्व गर्भ | अनखी-(वि०) क्रोधी धारण करनेवाली
अनखुला-(वि०) 1 ढका हुआ 2 अज्ञात कारणवाला अध्येता-सं० (पु०) अध्ययन करनेवाला, पाठक
अनगढ़-(वि०) 1 बिना गढ़ा हुआ बेडौल 3 उजड्ड अध्येय-सं० (वि०) पढ़े जाने योग्य
अनगवना-(अ० क्रि०) जान बूझकर देर करना अध्येषणा-सं० (स्त्री०) निवेदन या याचना
अनगार-सं० (वि०) गृहरहित अध्रुव-सं० (वि०) 1 अनिश्चित या अस्थिर 2 अनित्य | अनगिनत-(वि०) बे हिसाब 3 संदिग्ध
अनगिना-(वि०) जिसकी गिनती न की जा सके अध्वर-I सं० (पु०) 1 यज्ञ 2 आकाश II (वि०) अनगुत्ते-(क्रि० वि०) सूर्य निकलने से पहले 1 अकुटिल 2 स्थिर 3 अचंचल
अनघ-I सं० (वि०) 1 पवित्र 2 निरापद 3 शोकहीन II अध्वर्यु-सं० (पु०) 1 यजुर्वेद के अनुरूप कर्म करने वाला (पु०) पुण्य 2 यज्ञ का संपादन करनेवाला
अनघड़-(वि०) बिना गढ़ा हुआ अनंग-I सं० (वि०) 1 देहरहित 2 आकृतिहीन II (पु०) अनचाहा-(वि०) अवांछित 1 कामदेव 2 आकाश 3 मन। क्रीड़ा (स्त्री०) कामक्रीड़ा; अनचीता-(वि०) 1 बिना सोचा हआ 2 अनचाहा
ल्वती (स्त्री०) कामवासना से युक्त स्त्री, कामिनी अनचीन्हा-(वि०) अनपहचाना, अपरिचित अनंगी-सं० (वि०) अशरीरी।.~करण (पु०) 1 अनंगी अनच्छ-सं० (वि०) मलिन
भाव 2 अस्वीकार करना; ~कार (पु०) अस्वीकार अनजान-I (वि०) 1 अज्ञान 2 न जाननेवाला 3 अपरिचित II अनंत-[ सं० (वि०) 1 जिसका अंत न हो 2 असीम 3 अक्षय (पु०) अज्ञानावस्था II (पु०) 1विष्णु 2 कृष्ण 3 शिव 4 शेषनाग 5 आकाश अनजाने-(क्रि० वि०) अनजान में या बिना जाने हुए 6 बाँह का एक गहना। ~कालीन (वि०) अनंत समय का; | अनजोखा-(वि०) न तौला हुआ -चतुर्दशी (स्त्री०) भाद्रशुक्ला चतुर्दशी; राशि (स्त्री०) | अनत-सं० (वि०) 1न झुका हुआ 2 सीधा असीम राशि; ~रूप (वि०) अनगिनत रूपोंवाला; अनति-I सं० (स्त्री०) 1 अविनम्र 2 घमंड II (वि०) थोड़ा ~शक्ति (वि०) सर्वशक्तिमान
अनतिक्रम-अनुल्लंघन अनंतक-सं० (वि०) 1 असीम 2 नित्य
अनतिक्रमणीय-(वि०) जिसका उल्लंघन न हो सकता हो अनंतता-सं० (स्त्री०) अंतहीनता, अनंत होना
अनतिख्यात-(वि०) थोड़ा प्रसिद्ध अनंतर-I सं० (अ०) 1 तुरंत बाद 2 पीछे II (वि०) अंतर अनतिगोचर-(वि०) जिसे देखा न जा सकता हो रहित 2 लगा हुआ 3 पास का III (पु०) सामीप्य 2 ब्रह्म। अनतिपूर्व-(क्रि० वि०) थोड़ा ही पहले ~ज (पु०) क्षत्रिय या वैश्य माता के गर्भ तथा ब्राह्मण या अनदेखा-(वि०) न देखा हुआ .
क्षत्रिय पिता से उत्पन्न, छोटा या बड़ा भाई या बहन अनद्य-I सं० (पु०) सफ़ेद सरसों II (वि०) न खाने योग्य अनंतरित-सं० (वि०) 1 अखंडित 2 जिसमें अंतर न पड़ा हो | अनद्यतन-सं० (वि०) 1 आज के दिन का नहीं? आज से 3जिसे बदल न दिया गया हो
पहले या पीछे का (~भविष्य, ~भूतकाल) अनंतरीय-सं० (वि०) वंशक्रम में ठीक बाद का अनधिक-सं० (वि०) जो अधिक न हो 2 असीम 3 पूर्ण अनंतर्हित-सं० (वि०) जो भीतर न आ पाया हो अनधिकार-I सं० (पु०) अधिकार या योग्यता एवं पात्रता का अनंता-सं० (स्त्री०) 1 पृथ्वी 2 पार्वती
अभाव II (वि०) अधिकार रहित। चर्चा (स्त्री०) बिना अनंतानुबंधी-सं० (पु०) कभी न मिटनेवाला दोष (जैन) सोचे समझे किसी विषय में बोलना; चेष्टा (स्त्री०) अनंतिम-सं० (वि०) 1 जो अंत में न हो 2 अस्थायी अधिकार रहित कार्य करना; ~पूर्वक (क्रि० वि०) बिना अनंती-सं० (स्त्री०) स्त्रियों की बांह का गंडा
अधिकार के; ~प्रवेश (पु०) बिना अधिकार के भीतर जाना अनंत्य-[ सं० (वि०) 'असीम II (पु०) नित्यता | अनधिकारी-सं० (वि०) अधिकार न रखनेवाला