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हुए से दीखें |
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शावर तन्त्र शास्त्र | २६
अथवा -
गोली को सारे अंग पर लगायें तो हाथ-पाँव आदि सब अंग टूटे को पानी से धो दें तो सब जुड़े हुए
दिखाई दें और जब उस लेप
इस प्रकार एक ही गोली के प्रयोग से अनेक प्रकार के चमत्कार प्रदर्शित किये जा सकते हैं ।
नजरबन्दी की गोली (२)
मन्त्र- "ॐ नमो भगवते वासुकी नागराजाय गोप कुण्डली चलनानिनी स्वाहा ।"
साधन - विधि
गोदन्ती, हरताल, आंवला, केला की जड़, मूंगभीगे का अंगूर, सोलह पर्ण, तथा शृंग शाख – इन छहों वस्तुओं को बराबर-बराबर लेकर भेड़ के मूत्र में पीस कर गोली बाँध लें तथा उसे पूर्वोक्त मन्त्र द्वारा २१ बार अभिमन्त्रित कर, छाया में रख कर सुखालें ।
प्रयोग-विधि
उक्त गोली को घिस कर काँसे के पात्र पर लगाने से पाताल की देवी और देवता दिखाई देते हैं ।
अथवा---
गोली और सरसों को गोमूत्र में पीस कर शरीर पर मलने से बड़ा आकार छोटा दिखाई देता है ।
अथवा
गोली और सरसों को बकरी के मूत्र में पीस कर शरीर पर लगाने से छोटा आकार बड़ा दिखाई देता है ।
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अथवा --
गोली को धतूरे के बीज तथा दूध के साथ पीस कर अपनी अँगुली पर मलें, फिर वह अँगुली जिसे दिखाई जायेगी, वह नंगा होकर नाचने लगेगा |