________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
६० | शावर तन्त्र शास्त्र
प्रयोग-विधि
खाट के पांइते में नंगा होकर, इस मन्त्र को १०१ बार गुड़ के ऊपर पढ़ें। फिर गुड़ को खाट के नीचे रख कर सो जाय । प्रातः काल वह गुड़ बालकों को बाँट दें तो साध्य स्त्री ७ दिन के भीतर सामने आकर खड़ी हो जाती है ।
विशेष
उक्त मन्त्र में जहाँ 'अमुकी' शब्द आया है, वहाँ साध्य - स्त्री के नाम का उच्चारण करना चाहिए ।
मन्त्र
---
- ( २ ) "अलफ गुरू गुफ्तार रहमान, जाग जाग रे अलहादीन शैतान, सात बार अमुकी को जा रान, जो न राने तो तेरी माँ की तलाक, बहन की तीन तलाक । " साधन एव प्रयोग - विधि
बेसन का चौमुखा दीपक बना कर उसके चारों कौनों पर चिड़े का रक्त (न) तथा अपने दाँये हाथ की अनामिका अंगुली का खून लगा कर ४ बत्ती रख कर जलायें । फिर स्वयं नंगा होकर दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके बैठें तथा दीपक जला कर लोबान की धूनी दें, फिर भुने हुए चने तथा भुने हुए जौ भोग में रख कर १०८ बार मन्त्र जपे फिर दीपक को जलता
।
हुआ छोड़ कर, स्वयं नंगा ही सो जाय ।
यह प्रयोग जिसके नाम से किया जाता है, शैतान उसके साथ रात भर में ७ बार भोग करता है, फलस्वरूप वह स्त्री व्याकुल होकर साधक के पाँवों पर जा गिरती है तथा उसके वश में हो जाती है ।
विशेष
इस मन्त्र में जहाँ 'अमुकी' शब्द आया है, वहाँ साध्य स्त्री के नाम का उच्चारण करना चाहिए।
मन्त्र (३) "अलफ अलोप एक रहमान, सुन शैतान, मेरी शकल बन फलानी को जा रान, जो न राने तो तेरी माँ बहन को तीन सौ तीन तलाक तलाक । "
For Private And Personal Use Only