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२६० | शावर तन्त्र शास्त्र
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सर्वकार्य सिद्धिदाता यन्त्र
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नीचे प्रदर्शित यन्त्र को अष्टगन्ध द्वारा भोजपत्र अथवा कागज के ऊपर सवा लाख की संख्या में लिखकर धूप-दीपादि से पूजन करने से साधक के सभी कार्य सिद्ध होते हैं ।
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७ | ३
το ८४ ← 2
५
६ ८४
(सर्वकार्य सिद्धिदाता यन्त्र) राज-सम्मान पद यन्त्र
५०
८४
सामने प्रदर्शित यन्त्र की ४४ ५१
भोजपत्र के ऊपर अष्ठ गन्ध अथवा केशर से लिखकर धूपदीप दें तथा पूजन करके ताबीज में भरें । फिर उस ताबीज को अपने कण्ठ अथवा भुजा में धारण कर राजसभा में जाने से वहाँ सम्मान प्राप्त होता है ।
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[ राज-सम्मान पद यन्त्र)
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