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शावर तन्त्र शास्त्र | ११३
प्रयोग-विधि
न्यायालय (अदालत) में मुकदमा चलते समय इस मन्त्र को मनही-मन १०८ बार पढ़कर शत्र से बात करें तथा उसकी ओर फूक मारे तो उसका मुह बन्द हो जाय और कुछ बोल न सकें।
___इसी मन्त्र को १०८ बार पढ़ कर अर्जी (आवेदन पत्र) पर फूक मारे तथा उसे लोबान की धूनी देकर, हाकिम के हाथ में दें तो मनोरथ सिद्ध होगा अर्थात हाकिम उस अर्जी को मंजूर कर लेगा।
शत्रु-मुख-स्तभन मन्त्र (२)
मन्त्र-"ॐ नमो या वली या वली उसका चश्मा कुलफ उसका
बाजू कुलफ दुश्मन को जेर कर हमको सेर ।" साधन-विधि
हनुमानजी का विधि पूर्वक पूजन करके गुग्गुल की १००० डली, प्रत्येक को उक्त मन्त्र से अभिमन्त्रित करते हुए अग्नि में डालें तो मन्त्र सिद्ध हो जाता है। प्रयोग-विधि
__ आवश्यकता के समय इस मन्त्र को ७ या ११ बार पढ़ कर दुश्मन की ओर फूक मार देने से उसका मुह बन्द हो जाता है और वह अदालत में बकवास नहीं कर पाता।
शत्रु-मुख-स्तम्भन मन्त्र (३)
मन्त्र-"शाह आलम कुतुब आलम जेर कर दुश्मन दफे करो
जालिम ।" साधन-विधि
किसी शुभ महीने के शुक्ल पक्ष की पहली जुमेरात से आरम्भ करके ८ दिनों तक नित्य ४० बार मन्त्र का जप करें तथा रात्रि के समय दीपक जलाकर फूल-बताशे चढ़ा कर लोबान की धूनी दें तथा रेबड़ी चढ़ावें तो मन्त्र सिद्ध हो जाता है।
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