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शावर तन्त्र शास्त्र | १६५
साधन-विधि -
गेरू से चौका लगाकर, लुगी लंगोट बांध, धूप, दीपक रखकर हनुमानजी का पूजन करें। मंगलवार से आरम्भ कर ४० दिनों तक नित्य १०७ बार मन्त्र जपें । मंगलवार को पान, सुपारी नारियल भोग रक्खें तथा अन्य दिनों में नित्य लड्डू का भोग रक्खें तो मन्त्र सिद्ध हो जाता है। प्रयोग-विधि
कुश्ती लड़ते समय हसुमानजी को दण्डवत करके ७ बार मन्त्र को अपने ऊपर फूक कर, कुश्ती लड़े तो प्रतिद्वन्द्वी पर विजय प्राप्त हो ।
पैसा उडाने का मन्त्र
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मन्त्र--"ॐ हनुमंत वीर हुलासा चल रे पैसा, रूखा वीरखा
तेरा वासा, सबको दृष्टि बांधि दे मोहि मेरा मुख जोवे सब कोई, वाद करंता वादी रोवे भरी सभा में मोहि
विगोवे साँचा पिण्ड काँचा फुरा मन्त्र ईश्वरोवाचा ।" प्रयोग-विधि
उक्त मन्त्र से धूलि को ७ बार अभिमन्त्रित करके पैसे के ऊपर मारें तो वह उड़ जाय ।
पत्थर बरसाने का मन्त्र
मन्त्र--"ॐ नमो उच्छिष्ट चाण्डालिनी देवी महा पिशाचिनी
क्लीं ठः ठः स्वाहा ।" साधन-विधि
दीपावली अथवा होली की रात्रि में या ग्रहण के समय १०००० की संख्या में जपने से यह मन्त्र सिद्ध हो जाता है । प्रयोग-विधि
शनिवार के दिन जहाँ मुर्दा जला हो, उसकी चिता ७ ककड़ी उक्त मन्त्र से अभिमन्त्रित करके रख आयें, फिर ३ घड़ी बार दुबारा जाकर उन
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