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शावर तन्त्र शास्त्र २१५
विधि
गूगल, गोरोचन, छारछबीला और कपूरी कचरी-इन सबकी चना बराबर १०८ गोलियां बनाले। फिर शनिवार की रात्रि तथा रविवार को दिन में लाल रंग के वस्त्र पहन कर, लाल कोथली पर लाल रंग के पुष्प चढ़ाकर नित्य १०८ की संख्या में मन्त्र का जप करे। प्रत्येक मन्त्र जप के साथ एक-एक गोली अग्नि में डालता जाय । इस प्रकार नित्य एक मास तक साधन करने से लक्ष्मी प्रसन्न होगी। फिर प्रतिदिन ११ गोली को अभिमन्त्रित करके अग्नि में चढ़ाता रहे तो ऋद्धि-सिद्धि एवं धन की वृद्धि प्राप्त होगी।
लक्ष्मीदाता-मन्त्र
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मन्त्र-- "ॐ पद्मावती पद्म कुशी वज्रवज्रांबुशी प्रतिक्ष भवंति
भवन्ति ।" विधि
आधी रात के समय दीपक जलाकर जौ के दानों पर रक्खें तथा मिट्टी की माला पर नित्य १००८ की संख्या में मन्त्र का जप करें। इस प्रकार २१ दिन तक जप करने से लक्ष्मी प्रसन्न होकर दर्शन देती है अर्थात साधक को धन का लाभ होता है।
व्यवसाय द्वारा धन लाभ का मन्त्र
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मन्त्र--"ॐ ह्रीं श्रीं क्री श्रीं क्रीं क्लीं श्री लक्ष्मी मम गृहे धन
पूरये पूरये चिन्तायै दूरये दूरये स्वाहा ।" विधि
नित्य प्रातःकाल दाँतौन करने के बाद इस मन्त्र का १०८ की संख्या में जप करते रहने से व्यवसाय द्वारा धन का लाभ होता है।
महालक्ष्मी-मन्त्र
मन्त्र----"श्रीगणेशाय नमः । ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्मी श्रोपद्मा
वत्यै नमः । महालक्ष्मो महाकाली महादेवी महेश्वरी ।
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