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शावर तन्त्र शास्त्र | २३३
साधन-विधि
पवित्रता पूर्वक केवल १०८ बार- जपने से ही यह मन्त्र सिद्ध हो जाता है। प्रयोग-विधि -
जब किसी मनोरथ को सिद्ध करने की आकांक्षा हो, उस समय इस मन्त्र का १०८ बार जप करके कार्यारम्भ करें तो मनोरथ सिद्ध होता है।
यात्रा में थकान न आने का मन्त्र मन्त्र-“ॐ नमो विचंडाय हनुमंत वीराय पवनपुत्राय हुं फट् ।" साधन-विधि
वंशलोचन, श्वेत भांगरा तथा बकरी का दूध इन सबको लेकर, पुष्प नक्षत्र में उक्त मन्त्र को सिद्ध करें। १०००० की संख्या में जपने से मन्त्र सिद्ध हो जाता है। प्रयोग-विधि
यात्रा पर जाते समय उक्त मन्त्र से अभिमन्त्रित उक्त मिश्रण को दोनों पाँवों के तलवों में लगायें और लेप सूख जाय, तब यात्रा.करें तो मार्ग में चलने से थकान नहीं आती।
___ मार्ग और घर में शरीर रक्षा का मन्त्र
मन्त्र-"छोटी मोटी थमन्त बार को बार पार को पार बांधे
मरा घमासाण बांधे जादू वीर बांधे टोना टम्बर बांधे दीठ मूठ बांधे चोरी छार बांधे चिड़िया और बाघ बांधे लाइलाइ का कोट इल्लिल्लाह की खाई मुहम्मद रसू
लिल्लाह की चौकी हजरत अली की दुहाई।" साधन-विधि
गुरुवार या शुक्रवार को १०८ बार जपने से यह मन्त्र सिद्ध हो जाता है।
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