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चोरी-विषयक प्रयोग
चोरी के विषय में
चोरी की घटनाएँ प्रायः सभी जगह होती रहती हैं । इन घटनाओं का पता लगाने के लिए मन्त्र-प्रयोग की प्रथा भी बहुत पुरानी है। .
चोरी का पता लगाने विषयक मन्त्र-प्रयोगों की अनेक विधियाँ हैं, उनमें से.११ विधियों का उल्लेख इस प्रकरण में किया जा रहा है।
चोरी गये माल का पता लगाने में 'कटोरी-चालन' को विधि अत्यन्त आश्चर्यजनक है । इस विधि में मन्त्र-प्रेरित कटोरी अपने स्थान से चलकर, वहाँ जा पहुंचती है, जहाँ चोरी किया गया माल छिपाकर रक्खा गया हो। इस प्रयोग के लिए कटोरी को विशेष रूप से तैयार कराना पड़ता है। मन्त्र सख्या ३ में इस प्रकार की कटोरी तैयार कराने की विधि का उल्लेख किया गया है।
__ कटोरी-चालन के प्रयोग में मन्त्र प्रेरित कटोरी चोरी के छिपाये धन वाले स्थान पर जाकर रूक जाती है और यदि चोर . वहीं उपस्थित हो तो उसके सिर पर चढ़ जाती है। कुछ प्रयोगों में चोर के मुंह से खून निकलने लगता है तथा कुछ के द्वारा चोरी गये माल के सम्बन्ध में स्वप्न में पता चल जाता है। अस्तु यदि चोरी के माल के कहीं समीप ही गढ़ा होने का सन्देह हो अथवा किसी व्यक्ति विशेष पर चोर होने का सन्देह हो तो कटोरी लगाने का चालन का प्रयोग करना चाहिए अन्यथा अन्य प्रयोगों द्वारा चोरी का पता लगाने का प्रयत्न करना चाहिए।
चोरी का पता लगाने का मन्त्र (१)
मन्त्र-"उद्दमुद्द जल जलाल पकड़ चीटी धर पछाड़ भेज़ कुन्दा
ल्या व मुद्दा कहार या कहार ।"
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