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शावर तन्त्र शास्त्र | १११
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देवदत
(दुश्मन को अपमानित करने के मन्त्र की विधि का चित्र)
इस प्रयोग को करते समय यह ध्यान रखना आवश्यक है कि जो कुछ भी काम करें, वह मन्त्र पढ़ते हुए ही करें। लोहे की ४ कीलों को बैरी के घर की चारों दिशाओं में गाढ़ देना चाहिए। इससे स्तम्भन होता है ।
जिस समय पुतली का चित्र पृथ्वी पर बनाये अथवा मोम का पुतला बनाये अथवा स्तम्भन की कीलों को गाढ़ें, उस समय हनुमान जी को खीर का भोग लगाना चाहिए।
शत्रु-मुख-बंधन मन्त्र
मन्त्रा--"ॐ ह्रीं श्रीं खेतल वीर चौंसठ जोगनी प्रतिहार मम
शत्रून् अमुकस्य मुख बन्धनं कुरु-कुरु स्वाहा ।"
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