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शावर तन्त्र शास्त्र | ११७
कलहकारक यन्त्र
नीचे प्रदर्शित यन्त्र को स्याही द्वारा कागज पर लिखकर अथवा लाल चन्दन द्वारा भोज पत्र पर लिखकर, जिस व्यक्ति के घर के दरवाजे पर गाढ़ दिया जाता है, उसके घर में कलह होने लगती है ।
३१ । ३१ | ३१ ।
३१ । ३१
३१
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३१
( कलह कारक यन्त्र ) सर्वोपरिजिह्वा-स्तम्भन मन्ना
यह बगलामुखी जिह्वा-स्तम्भन का सर्वोपरि प्रयोग है। इसमें क्रमशः संकल्प, न्यास तथा ध्यान करने के बाद मन्त्र-जप किया जाता है इसके साधन में षट्कोण यन्त्र के निर्माण की भी आवश्यकता पड़ती है। इसकी विधि निम्नानुसार है। सर्व प्रथम संकल्प-वाक्य का उच्चारण करेंअथ संकल्प-"श्री बगलामुखी नमः । श्री गणेशायनमः । ॐ
अस्य श्री बगलामुखी महामाया मन्त्रस्य नारद ऋषि अनुष्टुप् छन्दः श्री बगलामुखी देवता लं बीज ह्रीं शक्ति रं कीलकं झटिति मम शत्रूणां नाथार्थे
जपे विनियोगः ।" इसके बाद निम्नानुसार न्यास करें।
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