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८८ | शावर तन्त्र शास्त्र
पान वशीकरण मन्त्र
मन्त्र- 'कामरूदेस कामारध्या देवी तहां बसे इस्माइल जोगी,
इस्माइल जोगी ने दीन्हा बीड़ा, पहला बीड़ा आतो जाती, दूजा बीड़ा दिखावे छाती, तीजा बीड़ा अंग लिपटाइ,
फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा दुहाई गुरू गोरखनाथ की।" साधन-विधि
दीपावली की रात्रि में दीपक जलाकर, धूप दे तथा मिठाई रख कर १४४ बार जप करने से यह मन्त्र सिद्ध हो जाता है अथवा किसी रविवार से आरम्भ करके प्रतिदिन २१ की संख्या में २१ दिन तक जप करने से सिद्ध होता है। प्रयोग-विधि
बिना तराशे (काटे हुए) ३ पानों का मसालेदार बीड़ा बना कर उसे ७ बार मन्त्र से अभिमन्त्रित कर, जिस व्यक्ति को खिला दिया जायेगा, वह वशीभूत हो जायेगा। मन्त्र-"हाथ पसारू मुख मलू काची मछली खाऊँ।
आठ पहर चौंसठ घड़ी जगमोह घर जाऊँ ॥ साधन-विधि
(१) दीपावली की रात को १०१ बार कागज के टुकड़ों पर एक और इस मन्त्र को लिखें तथा उन प्रत्येक कागज के टुकड़ों के दूसरी ओर प्रेमी तथा प्रेमिका और उनकी माता का नाम लिखें यथा-"अमुकी की बेटी अमुकी अमुकी, के बेटा अमुक के पास आये।" ती यह मन्त्र सिद्ध हो जाता है।
अथवा (२) सात शनिवार और इतवार को प्रतिदिन १०१ बार इस मन्त्र को पढ़ें तथा दीपक जलाकर गूगल की धूनी दे और मिठाई तथा फूल दीपक के आगे रखें तो मन्त्र सिद्ध होता है।
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