________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
शावर तन्त्र शास्त्र | ६५
अथवा(५) गूलर की लकड़ी की ४ अंगुल लम्बी कील उक्त मन्त्र से १०८ बार अभिमन्त्रित करके जिस व्यक्ति के घर माढ़ दी जायगी, उसका उच्चाटन होगा।
अथवा
(६) उल्लू के पंख को मंगलवार के दिन उक्त मन्त्र से अभिमंत्रित करके वैरी के घर में गाढ़ दिया जाय तो उसका उच्चाटन हो ।
अथवा(७) कौआ तथा उल्लू-दोनों के पंखों को घी में सानकर, साध्यशत्रु के नाम का उच्चारण करते हुए उन्हें १०८ बार मन्त्र द्वारा अभिमंत्रित करके होम करें तो उसका उच्चाटन होगा।
अथवा(८) मनुष्य की हड्डी की ४ अंगुल लंबी कील को उक्त मन्त्र से १०८ बार अभिमंत्रित करके शत्रु के दरवाजे पर गाढ़ देने से उसका उच्चाटन होता है।
उच्चाटन मन्त्र (२)
मन्त्र- 'ॐ नमो भीमास्याय अमुक गृहे उच्चाटन कुरु कुरु स्वाहा।" विशेष
उक्त मन्त्र में जहाँ 'अमुक' शब्द आया है, वहाँ जिसका उच्चाटन करना हो, उसके नाम का उच्चारण करना चाहिए। साधन-विधि
यह मन्त्र १०००० की संख्या में जपने से सिद्ध होता है। प्रयोग-विधि
दोपहर के समय जहाँ गधा लोटा हो, उस स्थान की धूलि को पूर्व अथवा पश्चिम की ओर मुंह करके बांये हाथ से उठा लायें। फिर उस
For Private And Personal Use Only