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अथवा
(३) कौडिन्य पक्षी की बीठ, मांस, घृत तथा शरीर के मल को उक्त मन्त्र से अभिमन्त्रित कर गुप्ताङ्ग में लेप करके सहवास करने से पति वशीभूत हो जाता है ।
पति वशीकरण मन्त्र ( २ )
मन्त्र – “ ॐ नमो महायक्षिणी पति से वश्यं कुरु कुरु स्वाहा । " साधन एवं प्रयोग विधि
(१) अपनी योनि का रक्त, केला का रस तथा गोरोचन इन सबके मिश्रण से अपने मस्तक पर तिलक करके स्त्री पति के पास जाय तो वह वशीभूत हो ।
शावर तन्त्र शास्त्र | ७१
अथवा
(२) मंगलवार के दिन एक साबुत सुपारी को उक्त मन्त्र से ७ बार अभिमन्त्रित करके निगल लें। जब वह शौच के समय बाहर निकलें तो उसे पानी, दूध तथा गंगाजल से धोकर पुनः मन्त्र द्वारा ७ बार अभिमन्त्रित करें। फिर उसे पान में रख कर पति को खिला दें तो वह वशीभूत हो ।
अथवा
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(३) लौंग और अपनी जिह्वा का मल इन दोनों को मिला कर ७ बार अभिमन्त्रित कर पति को खिला दें तो वह वशीभूत हो । सर्व जन वशीकरण मन्त्र
ॐ नमो आदेश गुरू को राजा मोहूं, प्रजा मोहूं, ब्राह्मण वाणियाँ, हनुमन्त रूप में जगत मोहूं, तो रामचन्द्र पर माणिया, गुरू की शक्ति मेरी भक्ति फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा । "
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साधन-विधि
शुभ मुहूर्त में धूप, दीप, नेवैद्य रख कर पहले श्री रामचन्द्र जी का ध्यान करें, फिर २१ दिनों तक नित्य १२१ की संख्या में उक्त मन्त्र का जप करें तो मन्त्र सिद्ध हो जाता है ।