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७२ | शावर तन्त्र शास्त्र
प्रयोग-विधि
___गाँव के चौराहे पर जाकर वहाँ से धूलि की चुटकी ले आयें। उसे ७ बार अभिमन्त्रित करके, अपने मस्तक पर बिन्दी लगायें तो जो भी व्यक्ति देखेगा, वही वशीभूत होगा।
स्त्री-वशीकरण मन्त्र (१)
मन्त्र- 'ॐ नमो कटविकट घोर रूपिणी अमुकं मे वशमानय
स्वाहा।" टिप्पणी
। उक्त मन्त्र में जहाँ 'अमुक' शब्द आया है, वहाँ साध्य-स्त्री अर्थात् जिस स्त्री को वश में करना हो उसके नाम का उच्चारण करना चाहिए। साधन-विधि
सूर्य अथवा चन्द्र ग्रहण के समय इस मन्त्र का १०००० की संख्या में जप करें तो यह सिद्ध हो जायेगा। प्रयोग-विधि
मन्त्र के सिद्ध हो जाने के बाद किसी रविवार के दिन जब भोजन करने बैठे, तब सर्व प्रथम १०८ बार उक्त मन्त्र पढ़ कर भोजन-सामग्री को अभिमन्त्रित कर लें अर्थात् १०८ बार मन्त्र पढ़-पढ़ कर भोजन सामग्री पर फूक मारें। फिर जिस स्त्री को वश में करना हो, उसका नाम लेते हुए भोजन करें। भोजन करते समय उस स्त्री का नाम बारम्बार लेते रहना चाहिए। इस प्रक्रिया से साध्य-स्त्री साधक के शीघ्र वशीभूत हो जाती है।
स्त्री-वशीकरण मन्त्र (२)
मन्त्र---ॐ भगवति भग भाग दायिनी अमुकीं मम वश्यं कुरु
कुरु स्वाहा ।" साधन-विधि
ग्रहण के समय १०००० की संख्या में जप करने से यह मन्त्र सिद्ध हो जाता है।
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