________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
८० शावर तन्त्र शास्त्र
प्रयोग-विधि
जिसको वश में करना हो, उसे अपने सामने अग्नि के समीप बैठाये, फिर गुग्गुल, लोबान तथा धूप हाथ में लेकर उसकी (साध्य स्त्री की) दृष्टि इन वस्तुओं पर डलवायें। जब उसकी दृष्टि लोबान, धूप आदि पर पड़ जाय, तब पूर्वोक्ति मन्त्र का उच्चारण करते हुए उसे अग्नि में डाल दें। इस प्रक्रिया को २१ बार दुहरायें तथा इसी प्रकार ७, १४ अथवा २१ दिन तक इस क्रिया की पुनरावृत्ति करते रहे। इस अवधि में साध्य-स्त्री साधक के वशीभूत हो जाती है। विशेष
इस मन्त्र का प्रयोग पुरुष-वशीकरण के लिए भी किया जाता है। पुरुष के लिए प्रयोग करने पर मंत्र में 'फलानी' के स्थान पर साध्य-पुरुष के नाम का उच्चारण करना चाहिए। स्त्रियों पर यह मंत्र अपना प्रभाव शीघ्र प्रकट करता है।
स्त्री-वशीकरण मन्त्र (१६)
मन्त्र-"ॐ हु स्वाहा ।" साधस-विधि
सिद्ध योग, शुभ-मुहूर्त अथवा ग्रहण पर्व में १००० की संख्या में जप करने से यह मन्त्र सिद्ध हो जाता है। प्रयोग विधि
काली विष्णु क्रान्ता की जड़ को पान में रखकर, उसे उक्त मन्त्र बार अभिमन्त्रित करके जिस स्त्री को खिला दिया जायगा, वह साधक के वशीभूत हो जाएगी।
स्त्री-वशीकरण मन्त्र (१७)
मन्त्र-ॐ पिशाच रूपिण्यै लिङ्ग परिचुम्बयेत् । नागं विसिंचयेत्' साधन-विधि
यह मन्त्र १०००० की संख्या में जपने से सिद्ध हो जाता है ।
For Private And Personal Use Only