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७६ / शावर तन्त्र शास्त्र
स्त्री-वशीकरण मन्त्र (6)
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मन्त्र- 'ॐ कुम्भनी स्वाहा ।" साधन-विधि
ग्राग-पर्व में १०००० की संख्या में जप करने से यह मन्त्र सिद्ध हो जाता है। प्रयोग-विधि
इस सिद्ध मन्त्र द्वारा किसी सुगन्धित पुष्प को १०८ बार अभिमन्त्रित करें फिर वह पुष्प साध्य-स्त्री को सुघा दें तो वह वशीभूत हो जाती है ।
स्त्री-वशीकरण मन्त्रा (६) मन्त्र-"ॐ नमो नमः पिशानी रूप त्रिशूलं खङ्ग हस्ते सिंहारूढे
अमुकी मे वशमागच्छमागच्छ कुरु कुरु स्वाहा ।" साधन-विधि
ग्रहण-पर्व से आरम्भ करके ७ या २१ दिन तक नित्य १००० की संख्या में जप करने से यह मन्त्र सिद्ध हो जाता है। टिप्पणी
___ इस मन्त्र में जहाँ 'अमुकी' शब्द आया है, वहाँ साध्य-स्त्री के नाम का उच्चारण करना चाहिए। प्रयोग-विधि
सिद्ध मन्त्र को भोज पत्र के ऊपर लिखकर जिस साध्य-स्त्री का नाम लेकर धूप दी जाती है; वह वशीभूत हो जाती है ।
स्त्री-वशीकरण मन्त्र (१०)
मन्त्र-“ऐ सहवज्लरि क्लीं कर क्लीं काम पिशाच अमुर्की कामं
ग्राहय ग्राहय स्वप्ने मम रूपेण नौविदारय विदारय द्रावय द्रावय रद महेन बन्धय श्रीं फट् ।"
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