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शावर तन्त्र शास्त्र | ७७ टिप्पणी
उक्त मन्त्र में जहाँ 'अमुकी' शब्द आया है, वहाँ साध्य-स्त्री के नाम का उच्चारण करना चाहिए। साधन एवं प्रयोग-विधि
उक्त मंत्र को काम-विह्वल चित्त से १५ दिनों तक रात्रि के समय निरन्तर जपते रहने से साध्य-स्त्री वशीभूत हो जाती है ।
स्त्री-वशीकरण मन्त्र (११)
मन्त्र-“ऐ सहवल्लरि क्लीं कर क्लीं काम पिशाचि अमुकी काम ग्राहय पद्म मम रूपेण नखैविदारय विदारय द्रावय द्रावय बन्धय बन्धय श्रीं फट् ।” टिप्पणी
उक्त मन्त्र में जहाँ 'अमुको' शब्द आया है, वहाँ साध्य-स्त्री के नाम का उच्चारण करना चाहिए। साधन एवं प्रयोग-विधि
पूर्व मन्त्र के समान है। विशेष
यदि उक्त दोनों मन्त्रों को काम-विह्वल-चित्त से १५ दिनों तक रात्रि के समय लगातार जपा जाय तो शिवजी की कृपा से साध्य स्त्री अवश्य वशीभूत होती है।
स्त्री-वशीकरण मन्त्र (१२)
मन्त्र-“ॐ ठः ठः ठः ठः अमुकी मे वश मानय स्वाहा ह्रीं
क्ली श्री श्रीं क्लीं स्वाहा।" टिप्पणी
उक्त मन्त्र में जहाँ 'अमुकी' शब्द आया है, वहाँ साध्य-स्त्री के नाम का उच्चारण करना चाहिये।
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