________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
शावर तन्त्र शास्त्र | ४६ साधन-विधि
सोमवार के दिन इस मन्त्र को किसी फूल पर २१ बार फूक कर, उसे जिसे भी सुघावे, वह मन-प्राण से मोहित तथा वशीभूत हो।
फूल मोहिनी मन्त्र (२)
मन्त्र-'कामरूदेस कामाख्या देवी, जहाँ बसे इस्माइल जोगी,
इस्माइल जोगी ने बोई बारी, कूल उतारे लोना चमारी,
एक फूल हसे, दूजा फूल बिगसे, तीजे फूल में छोटा बड़ा · नाहरसिंह बसे, जो सूघे इस फूल की बास, सो आवे हमारे पास, और के पास जाय, हियो काट मर जाय,
मेरी भक्ति गुरू की शक्ति फुरो मन्त्र ईश्वरोवाचा ।" साधन एवं प्रयोग-विधि
रविवार को स्नान करके लौंग, सुपारी, पान, फूल, मिठाई ले, दीपक जला, धूप-गन्ध करके एक पुष्प को घृत में सान कर, उक्त मन्त्र से अभिमन्त्रित कर अग्नि में होम दे । इसी प्रकार १०६ फूलों की आहुतियाँ दे। ब्रह्मचर्य से रहे। २१ दिन तक इसी प्रक्रिया को दुहराता रहे तो मन्त्र सिद्ध हो । बाईसवें दिन ब्राह्मणों को भोजन कराके दक्षिणा दे, तदुपरान्त सुगंधित पुष्प को ७ वार इसी मन्त्र से अभिमन्त्रित करके जिसे सुघाया जायेगा । वह मोहित होकर पास चला आयेगा।
लाल कनेर फूल का मोहिनी मन्त्र
मन्त्र-“ॐ मूठो माता गूठी रानी गूठी लगावे आग, अमुका
के चटक लगाव, बेधड़क कलह मचावें, मुख न बोले, सुख न सोवे, कहत मंत्र उठाय मार्यो उरझ, ज्यों काचा सूत की आटी उरझ, अब देखू नाहरसिंह वीर तेरे मन्त्र की शक्ति, शब्द साचा पिण्ड काचा फुरो मन्त्र ईश्वरोवाचा।"
For Private And Personal Use Only