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६८ । शावर तन्त्र शास्त्र
सर्व वशीकरण मन्त्र (१०) मन्त्र—"ॐ ऐं ह्रीं 'श्री' क्लीं कालिके सर्वान् मम वश्यं कुरु कुरु
सर्वान् कामान् मे साधय साधय ।" साधन विधि
किसी ग्रहण के समय १०००० की संख्या में जपने से यह मन्त्र सिद्ध हो जाता है। प्रयोग-विधि
(१) प्रातः काल इस मन्त्र का २१ बार उच्चारण करते हुए, जिस व्यक्ति का नाम लेकर अपने मुख को पानी से धोया जायेगा, वह वशीभूत हो जायेगा।
(२) इस मन्त्र द्वारा २१ बार अभिमन्त्रित जल जिस व्यक्ति को पिला दिया जायगा, वह वश में हो जायेगा।
सर्व वशीकरण मन्त्र (११) मन्त्र-“ॐ क्लं क्लौं ह्रीं नमः ।" साधन एवं प्रयोग-विधि
इस मन्त्र को ग्रहण के समय १००० की संख्या में जप किया जाय तो पाताल वासी वशीभूत होते हैं। यदि १०००० की संख्या में जप किया जाय तो देवता वश में होते हैं। यदि १००००० की संख्या में जप किया जाय तो तीनों लोकों के प्राणी वशीभूत होते हैं।
सर्व वशीकरण मन्त्र (१२) मन्त्र- 'ॐ नमो भगवति पुर पुर वेशनि पुराधिपतये सर्वजगद्
भपंकरि छी भै ऊं रां रां रं रीं क्लीं वालीसः वंचकामवाण सर्व श्री समस्त नरनारीगणं मम वश्यं नय नय
स्वाहा ।" साधन-विधि
. किसी शुभ मुहूर्त में १०००० को संख्या में जप करने से यह मन्त्र सद्ध हो जाता है।
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