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शावर तन्त्र शास्त्र | ६३ सामने आने पर उससे डरना नहीं चाहिए तथा निर्भय होकर बातचीत करनी चाहिए। परन्तु जिस दिन पानी देना बन्द कर दिया जायेगा, उसी दिन से भूत आना तथा सेवा करना बन्द कर देगा।
सर्व वशीकरण मन्त्र (१)
मन्त्र- 'ॐ क्षां क्षक्षः ।१२। सौं ह ह सः ठः ठः ठः ठः
स्वाहा ।" साधन विधि. उक्त मन्त्र ग्रहण के समय १०००० की संख्या में जपने से सिद्ध हो जाता है। टिप्पणी
उक्त मन्त्र के प्रारम्भिक. भाग -"ॐ क्षां क्ष क्ष; को बारह बार दुहराना चाहिए, तदुपरान्त शेष भाग का केवल एक बार उच्चारण करना चाहिए। प्रयोग-विधि
(१) आवश्यकता के समय उक्त मन्त्र से अभिमन्त्रित भोजन राजा को खिला देने से अथवा उसे स्वयं खाकर राजा के पास जाने से राजा वशीभूत होता है।
(२) उक्त मन्त्र से अभिमन्त्रित भोजन जिस साध्य-मनुष्य का नाम लेकर खाया जाय, वह वशीभूत हो जाता है।
(३) उक्त मन्त्र से अभिमन्त्रित पुष्पों की माला को अपने सिर पर धारण करके साध्य-स्त्री के पास पहुंचने से वह वशीभूत होती है।
(४) उक्त मन्त्र से अभिमन्त्रित जायफल को खाने से कामोद्दीपन होता है। उस स्थिति में साध्य-स्त्री के साथ सहवास करने से वह सदैव के लिए वशीभूत हो जाती है।
सर्व वशीकरण मन्त्र (२)
मन्त्र- 'ॐ चिटि चिटि चामुण्डा काली काली महाकाली
अमुकं में वशमानय स्वाहा ।"
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