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५४ | शावर तन्त्र शास्त्र
मिठाई मोहिनी मन्त्र
मन्त्र-"जल मोहूं थल मोहूं, जंगल की हिरणी मोहूं, बाट चलत
बटोही मोहूँ, कचेहरी बैठा राजा मोहूं, पीढ़ी बैठी रानी मोहूं, मोहनी मैरा नाम, मोहूं जग संसार, तरा तरीला तोतला तीनों बसें कपाल, दस्तक दे दी मात के दुश्मन करूं पामाल, मेरी भक्ति गुरु की शक्ति फुरो मन्त्र
इश्वरोवाचा।" साधन-विधि
शनिवार से आरम्भ करके ११ दिन तक नित्य १४४ बार मन्त्र का जप करे तथा मन्त्र पढ़-पढ़ कर अग्नि में गूगल का होम करे। दीपक पर बतासे तथा फल चढ़ाये तो मन्त्र सिद्ध हो । प्रयोग-विधि
मिठाई को २१ बार मन्त्र से अभिमन्त्रित कर जिसे खिलाये, वह मोहित होकर वशीभूत हो।
गुड़ मोहिनी मन्त्र (१)
मन्त्र-“ॐ नमो आदेश गुरु को गूगल की धूप' को धूवां धार,
देखू पलमा तेरो शक्ति, तेरस रात्रि को टूटा तारा, ऐसा टूटे भैरों बाबा का मन गाये, गुड़ मन्त्र पढ़ उसको दे, घर में चक्क न बाहर चक्क, फिर फिर देखे मेरा मुख, जीव न सेवे जीव को मूवे सेवे मसाण, हम से आकुल व्याकुल हो तो जती हनुमन्त की आन, हमें छोड़ और के पास जाय,
पेडू फाट तुरत मर जाय, सत्यनाम आदेस गुरु को।" साधन-विधि
शनिवार से आरम्भ करके ७ शनिवार में प्रतिदिन १२५ बार मन्त्र का जप करे तथा भोग में शराब, लपसी, कलेजी धरे तो मन्त्र सिद्ध हो जाता है।
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