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कालों के नाम
1. सुषमा सुषमा 4 कोड़ा
कोड़ी
सागर
2. सुषमा
स्थिति
प्रमाण
3. सुषमा - दुषमा 2 कोड़ा
कोड़ी
सागर
5. दुषमा
3 कोड़ा
कोड़ी
सागर
4. दुषमा- सुषमा 42 हजार वर्षकम 1 को.
21 हजार
वर्ष
2. सुषमा काल
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आयु आदि में / अन्त में
द्वीप
1. सुषमा - सुषमा 5 देव कुरु
3 पल्य
2 पल्य
2 पल्य
1 पल्य
1 पल्य
1 पूर्वकोटि
1 पूर्व कोटि 120 वर्ष
120 वर्ष
6. दुषमा - दुषमा 21 हजार 20 वर्ष
वर्ष
20 वर्ष
15 वर्ष
अवगाहना आदि में शरीर
/ अंत में
3 कोश
2 कोश
3. सुषमा - दुषमा 5 हैमवतक्षेत्र जघन्य
2 कोश
1 कोश
1 कोश 500 धनुष
500 धनुष
7 हाथ
7 हाथ
2 हाथ
2 हाथ
1 हाथ
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का वर्ण
1 कोश 5 हैरण्यवत भोगभूमि 2000 धनुष
उगतेसूर्य-जैसा
पियंगुजैसा
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पूर्ण-चन्द्र- 2 दिन बाद
जैसा
पाँचों वर्ण
- यह वृद्धि और ह्रास षट्काल परिवर्तन भरत - ऐरावत क्षेत्रों के केवल आर्यखंडों में ही होते हैं, क्योंकि ये अनवस्थित हैं ।
अवस्थित भूमियाँ - भरत - ऐरावत के आर्यखंडों के सिवाय शेष भूमियाँ अवस्थित हैं; क्योंकि इनमें षट्काल परिवर्तन नहीं होता । 103
काल
क्षेत्र
भोगभूमि अवगाहना
उत्तम
3 कोशसुवर्ण के 5 उत्तर कुरु भोगभूमि 6 हजार धनुष समान 5 हरिक्षेत्र 2 कोश शंख के 5 रम्यकक्षेत्र भोगभूमि 4 हजार धनुष समान
मध्यम
आहार
शरीर का
रंग
3 दिन बाद
कान्ति-हीन बहुत बार
5 वर्ण
धूम-वर्ण बारम्बार
1 दिन बाद
आयु
प्रतिदिन
एक बार
आहार
3 पल्योपम 3 दिन के | अन्तर से
2 पल्योपम 2 दिन के अन्तर से
नीलकमल 1 पल्योपम 1 दिन के
के समान
अन्तर से
भूगोल :: 537