________________
"जीवन पर भी कलश चढ़ाया"
7 मई, १९९० को कमल मंदिर पर चढ़ाए जाने वाले कलश के साथ पूज्य आर्यिका श्री ससंघ एवं कलश चढ़ान वाले महानुभाव श्री संतोष कुमार जैन, ज्योति इम्पैक्स, दिल्ली सपरिवार एवं ब्र. श्री रवीन्द्र जी
Bતપાસાપ)
સતા મંડળ )
गर्भकल्याण
मा
९ मार्च, १९८७ को जम्बूद्वीप में पंचकल्याणक प्रतिष्ठा मंच पर श्री अनंतवीर्य जैन का स्वागत करते हुए पं. श्री सुधर्मचंद जी शास्त्री/साथ में हैं प्रतिष्ठाचार्य वाणीभूषण, देशव्रती पं. श्री शिखरचंद जी जैन, भिण्ड।
मई, १९९० में जम्बूद्वीप स्थल पर श्री महावीर पंचकल्याणक प्रतिष्ठा मंच पर सनावद निवासी विमलचंद जी जैन बडूद वालों को स्वागत करते हुए पं. श्री सुधर्मचंद जी शास्त्री/बीच में हैं ख्यातिप्राप्त प्रतिष्ठाचार्य पं. श्री फतहचंद जी शास्त्री/पं. जी के पीछे हैं श्री विमलचंद जी की धर्मपत्नी
भगवान् महावीर के दीक्षा कल्याणक का कमंडलु पू. माताजी के हाथ से प्राप्त करते हुए मेरठ निवासी श्री प्रेमचंद जी जैन, तेल वाले (सपत्नीक)।
जयपुर के वीरसेवक मंडल की अमूल्य सेवा हेतु मंडल के मंत्री श्री सुरेन्द्र कुमार वैद का जम्बूद्वीप स्थल पर स्वागत करते हुए ब. श्री रवीन्द्र कुमार जी, पास में खड़े हैं श्री निर्मल कुमार जी सेठी।
Jain Educationa international
For Personal and Private Use Only
www.jainelibrary.org