Book Title: Aryikaratna Gyanmati Abhivandan Granth
Author(s): Ravindra Jain
Publisher: Digambar Jain Trilok Shodh Sansthan

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Page 798
________________ "ऐतिहासिक प्रशिक्षण शिविर जिसमें चोटी के विद्वानों ने भाग लिया" ये पुज्य आर्यिकारत्न श्री ज्ञानमती माता जौ । क सानिध्य में, हस्तिनापुर में | शिविर भव्य आयोजन अक्टूबर से १६ अक्टूबर ७८ तक अक्टूबर, १९७८ हस्तिनापुर में ऐतिहासिक प्रशिक्षण शिविर। शिविर के उद्घाटन में दीप प्रज्वलित कर रहे श्री जिनेन्द्र प्रसाद ठेकेदार, दिल्ली तथा समापन अवसर पर भाषण करते हुए श्री नीरज जैन, सतना। अक्टूबर सन् १९८० दरियागज जैन बालाश्रम में शिक्षण-प्रशिक्षण शिविर के उद्घाटन का एक दृश्य। मंच पर बैठे हैं बाएं से दाएं- लाला श्री श्यामलाल ठेकेदार, लाला सुमत प्रकाश जी, सेठ श्री हीरालाल रानीवाला, श्री शीलचंद जौहरी, पं. पन्नालाल जी साहित्याचार्य, श्री पन्नालाल गंगवाल तथा प्रवचन करते हुए पं. मोतीचंद कोठारी । श्री शरद जैन केपी सानिध्य में हमें प्रशिक्षण शिविर भव्य आयोजन प्रशिक्षण शिविर में पधारे विद्वानों का समूह। पंडित श्री मक्खनलाल शास्त्री, मोरेना, पं. श्री मोतीचंद कोठारी, फलटण, पं. श्री बाबूलाल जी जमादार, पं. श्री विमलकुमार सोरया आदि । For Personal and Private Use Only Jain Educationa International www.jainelibrary.org.

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