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( १८४)
थोकडा संग्रह।
अथवा आठ कर्म की उदीरणा करे ( सात की करे तो आयुष्य कर्म छोड़ कर )। __ छठ, सातवें, आठवें, नववे जीव स्थानक पर सात, आठ, छः की उदीरणा करे (सात की करे तो आयुष्य छोड़ कर और छः की करे तो प्रायुष्य और वेदनीय कर्म छोड़ कर )।
दशवें जीव स्थानक पर छः व पांच की उदीरणा करे (छ: की करे तो आयुष्य और वेदनीय छोड़ कर
और पांच की करे तो आयुष्य, वेदनीय व मोहनीय ये तीन छोड़ कर )। ____ इग्यारहवें जीव स्थानक पर पांच कर्भ की उदीरणा को ( आयुष्य, वेदनीय और मोहनीय कर्म छोड़ कर ) ।
बारहवें, तेरहवें जीव स्थानक पर दो कर्म की उदीरणा करे नाम और गोत्र कर्म की।
_ चौदहवें जीव स्थानक पर एक भी कर्म की उदीरणा नहीं करे। ८ कर्म का उदय व ६ कर्म की निर्जरा द्वार ।
पहेले से दशवे जीव स्थानक तक पाठ कर्म का उदय और आठ कर्म की निर्जरा इग्यारहवें व बारहवें जीव स्थानक पर मोहनीय कर्म छोड़ कर शेष सात कर्म का उदय और सात कर्म की निर्जरा तेरहवें चौदहवें जीव स्थानक पर चार कर्म का उदय और चार कर्म की निर्जरा १ वेदनीय २ आयुष्य ३ नाम ४ गौत्र ।
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