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उपयोग पद।
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- उपयोग पद - ( श्री पन्नवणाजी सूत्र २६ वां पद)
उपयोग २ प्रकार का-१ साकार उपयोग २ निराकार उपयोग १ साकार उपयोग के ८ भेदः- ५ ज्ञान ( मति, श्रुत, अवधि, मनः पर्यव और केवल ज्ञान) और ३ अज्ञान ( मति, श्रुत, अज्ञान, विभंग ज्ञान ) अनाकार उप० ४ प्रकार का-चक्षु, अचक्षु, अवधि और दर्शन २४ दण्डक में कितने २ उपयोग पाये जाते हैंदण्डक नाम उपयोग आकार अनाकार
समुच्चय जीवों में २ १ नारकी में १३ देवता में ५ स्थावर में १ बेइन्द्रिय में १ तेइन्द्रिय में १ चौरेन्द्रिय में १ तिर्यंच पंचेन्द्रिय में २ १ मनुष्य में * इति उपयोग पद सम्पूर्ण *
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