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( ७१४)
थोकडा संग्रह।
प्रदेशापेक्षा अल्प बहुत्व भी द्रव्यापेक्षावत् जानना। द्रव्य-प्रदेशापेक्षा का एक साथ अल्प वहुत्व
सर्व से कम परिमंडल द्रव्य, उनसे वट्ट द्रव्य संख्यात गुणी उनसे चौरस द्रव्य संख्यात गुणा उनसे –स द्रव्य"
" " आयतन" " " " अनवस्थित" असं. गुणा." परिमंडल प्रदेश असंख्यात " वट्ट प्रदेश सं०" . " चौरस " संख्यात " स " "" "आयन " " " अनवस्थित , असंख्यात गुणा। ॥ इति संस्थान द्वार सम्पूर्ण ॥
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