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थोकडा संग्रह |
सन्देह करे इसका फल होवेगा या नहीं ? वर्तमान में तो कुछ फल नजर नहीं आता आदि इस प्रकार का सन्देह करे (४) पर पाखण्डी से नित्य परिचय रक्खे ( ५ ) पर - पाखडियों की प्रशंसा करे । एवं समकित के पांच दूषणों को अवश्य दूर करना चाहिये |
(८) प्रभावना = (१) जिस काल में जितने सूत्र होते हैं उन्हें गुरु गम से जाने यह शासन का प्रभावक बनता है (२) बड़े आडम्बर से धर्म कथा व्याख्यान आदि के द्वारा शासन के ज्ञान की प्रभावना करे (३) महान विकट तपश्चर्या करके शासन की प्रभावना करे (४) तीन काल अथवा तीन मत का ज्ञाता होवे (५) तर्क, वितर्क, हेतु, वाद, युक्ति, न्याय तथा विद्यादि बल से वादियों को शास्त्रार्थ में पराजय करके शासन की प्रभावना करे (६) पुरुषार्थी पुरुष दीक्षा लेकर शासन की प्रभावना करे (७) कविता करने की शक्ति होवे तो कविता करके शासन की प्रभावना करे (८) बह्मचर्य आदि कोई बड़ा व्रत लेना होवे तो बहुत से मनुष्यों की सभा में लेवे कारण कि इससे लोकों को शासन पर श्रद्धा अथवा व्रतादि लेने की रुचि बढ़े | अथवा दुर्बल स्वधर्मी भाइयों को सहायता करे। यह भी एक प्रकार की प्रभावना है परन्तु आजकल चौमासे में अभय वस्तु की अथवा लड्डु आदि की प्रभावना करते हैं । दर्घि दृष्टि से विचार करने योग्य है कि इस प्रभावना से क्या
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